ग्वालियर शहर के उपनगर सुमेर सिंह का बाड़ा इलाके में गुरुवार को एक कोचिंग सेंटर के संचालक महेंद्र कुमार ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सुबह पढ़ने पहुंचे बच्चों ने जैसे ही क्लासरूम का दरवाजा खोला, शिक्षक को फंदे पर लटका देख घबरा गए। बच्चों ने तुरंत कोच
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घटना की जानकारी मिलते ही मोहल्ले वालों ने पुलिस और एसपी ऑफिस में पदस्थ महेंद्र के भाई को सूचित किया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी से उतारकर पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है।
ऑनलाइन गेमिंग में उलझने की आशंका
पुलिस की प्रारंभिक जांच और आसपास के लोगों से बातचीत में सामने आया है कि महेंद्र कुमार ऑनलाइन गेमिंग के जाल में फंसा हुआ था। परिजनों ने बताया कि वह पिछले कुछ दिनों से परेशान था, लेकिन परेशानी का कारण किसी को नहीं बताया था। जांच में यह भी सामने आया है कि बुधवार रात उनकी मोबाइल लोकेशन घासमंडी इलाके की मिली थी। आशंका जताई जा रही है कि गेमिंग से जुड़े लेन-देन और कर्ज को लेकर किसी लेनदार द्वारा रकम वापसी के लिए धमकाया गया हो। हालांकि पुलिस इन सभी बिंदुओं की पुष्टि कर रही है।
सुबह-शाम बच्चों को पढ़ाते थे
ग्वालियर थाना क्षेत्र के चंदन नगर निवासी महेंद्र कुमार कोचिंग संचालक थे और पास ही सुमेर सिंह का बाड़ा स्थित मटका मोहल्ला में कोचिंग चलते थे। वे विवाहित थे और उनकी एक बेटी है। महेंद्र सुबह और शाम दोनों समय बच्चों को पढ़ाते थे। बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे वे घर से निकले थे और कोचिंग में क्लास लेने के बाद शाम तक वहीं मौजूद रहे। देर रात घर नहीं लौटने पर उनके भाई नरेंद्र कोली ने तलाश शुरू की थी।
पुलिस कर रही जांच
थाना प्रभारी प्रशांत शर्मा ने बताया कि
शिक्षक द्वारा कोचिंग के क्लासरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने की पुष्टि हुई है। शव को भाई और परिजनों की मौजूदगी में पोस्ट मार्टम के लिए भेजा है। फिलहाल आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है और ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े पहलुओं की भी पड़ताल की जा रही है।
