हवाई पट्टी के प्रवेश द्वार पर नोटिस चस्पा किया।
सिवनी मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर दूर नागपुर नेशनल हाईवे के पास स्थित सुकतरा हवाई पट्टी को राजस्व अधिकारियों ने सील कर दिया है। इस कार्रवाई के बाद हवाई पट्टी पर चल रही प्रशिक्षु उड़ानों पर विराम लग गया है।
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कलेक्टर के आदेश पर कुरई के प्रभारी एसडीएम विजय सेन, तहसीलदार हिमांशु कौशल, सतीश चौधरी और नायब तहसीलदार दामोदर दुबे सहित लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री आरके हनुमंते की उपस्थिति में यह कार्रवाई की गई। मेस्को एयर स्पेस कंपनी को अनुबंध पर दी गई हवाई पट्टी को सील कर संपत्ति को विभाग ने अपने अधिपत्य में ले लिया है। गेट पर लोक निर्माण विभाग ने एक आम सूचना भी चस्पा की है।
रेडबर्ड एविएशन कंपनी को दी थी लीज पर
सुकतरा हवाई पट्टी पर बीते कुछ सालों से रेडबर्ड एविएशन कंपनी विमान उड़ान का प्रशिक्षण केंद्र संचालित कर रही थी। इसी साल अप्रैल से अब तक प्रशिक्षु उड़ानों के दौरान विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की तीन घटनाएं घटित हो चुकी हैं।
वर्ष 2016 में राज्य सरकार ने सुकतरा हवाई पट्टी 15 सालों के लीज अनुबंध पर मेस्को एरो स्पेस कंपनी को एरो स्पोर्ट्स और अन्य गतिविधियों के लिए दी थी। इसके बदले कंपनी प्रतिवर्ष छह लाख रुपए का भुगतान करती थी।
प्रशिक्षण केंद्र पर ताला लगाते राजस्व विभाग की टीम।
इसलिए सील किया केंद्र
प्रत्येक माह प्रशिक्षण संबंधी उड़ानों की जानकारी कंपनी को डीजीसीए के पास भेजनी होती है। डीजीसीए द्वारा लगातार पत्राचार किया जा रहा था।
बताया जा रहा है कि डीजीसीए के पत्रों का संतोषजनक जवाब मेस्को एरो स्पेस और संबंधित प्रशिक्षण कंपनी से नहीं मिला। साथ ही, लीज की शर्तों का उल्लंघन भी किया गया। इसी आधार पर राज्य सरकार और डीजीसीए ने कार्रवाई करते हुए सुकतरा हवाई पट्टी और प्रशिक्षण केंद्र को सील कर दिया।
अब बकाया लीज राशि वसूल करने की कार्रवाई की जा रही है। राजस्व अधिकारियों ने भोपाल कार्यालय से मेस्को एरो स्पेस कंपनी द्वारा नागरिक उड्डयन मंत्रालय को किए गए लीज भुगतान की जानकारी मांगी है।
8 दिसंबर को हुई थी घटना
शहर से 20 किमी दूर सिवनी नागपुर राष्ट्रीय राजमार्ग क्र. 44 में सुकतरा हवाई पट्टी (एयर स्ट्रिप) से 500 मीटर आमगांव के खेत में 8 दिसंबर की शाम रेडबर्ड एविएशन कंपनी का ट्रेनी विमान 33 केवी हाई वोल्टेज लाइन से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
इस घटना से बिजली लाइन क्षप्तिग्रस्त होने से बादलपार व ग्वारी सब स्टेशन के लगभग 80 से 90 गांव के 16 हजार परिवारों को 5 घंटे अंधेरे में रहना पड़ा था। बिजली कंपनी ने सुधार के बाद रात 11 बजे सभी गांव में आपूर्ति पुनः बहाल हुई थी।