इंदौरः कहा जाता इंदौर के लोगों की नसों में खून नहीं सेव दौड़ती है, यहां लोग पोहे में सेंव नहीं बल्कि सेंव में पोहा डालते हैं. यह सिर्फ एक नमकीन ही नहीं, इंदौर की पहचान बन चुका है. हर घर में बिना सेंव के खाना अधूरा ही माना जाता है. इस नमकीन की खासियत है कि यह खाने की जिस चीज के साथ मिलता है उसका ही स्वाद दो गुना कर देता है.
करीब 30 सालों से नमकीन की दुकान चला रहे प्रकाश जैन ने हमें बताया कि इंदौरी नमकीन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि सैकड़ों दुकानें होने के बावजूद जिस व्यक्ति को जिस दुकान का नमकीन पसंद आ गया वह वहीं जाता है. हर किसी का मसाले का मिश्रण बनावट का अपना तरीका है जो इसे अलग बनाता है, सालों तक लोग अपनी नमकीन की दुकान नहीं बदलते.
खुशबू ऐसी की मन हो जाए खुश
खाने के हर अलग व्यंजन के साथ अलग प्रकार की सेवा का इस्तेमाल होता है जैसे पोहे के साथ बड़ी बारीक या लोंग वाली सेंव, परमल के साथ लहसुन की मोटी सेंव, चाय के साथ उज्जैनी सेंव, सब्जी के लिए डंठल या गाठियां सेंव इत्यादि.
इंदौर में सबसे ज्यादा उपयोग में लाई जाने वाली से है लोंग वाली सेंव जो इतनी खुशबूदार होती है कि गले में इसकी झनझनाहट महसूस होने लगती है. जबकि चटपटे लहसुन के पेस्ट और लाल मिर्च से बनी लहसुन सेंव इतनी टेस्टी होती है कि आप इसे कोरी ही खा सकते हैं. एक होती है हिंग वाली सेंव जो पाचन के लिए बढ़िया होती है और तेज हिंग की खुशबू लिए होती है. जो धागे जैसी पतली होती है और यह पोहे की जान होती है. दूसरी तरफ मसालों के अनुसार
उज्जैन और रतलामी सेंव भी होती है फीका खाने वाले उज्जैन से पसंद करते हैं जबकि तीखा खाने वाले रतलामी सेव यह थोड़ी सी मोटी होती है.
इन चीजों से तैयार होती है इंदौरी नमकीन
सेंव के लिए उपयोग होने वाली मुख्य सामग्री इसके लिए सबसे पहली और जरूरी चीजें बेसन का घोल. इसमें लौंग, काली मिर्च, हींग, और अजवाइन का एक खास अनुपात में मिश्रण डाला जाता है. फिर शुद्ध मूंगफली के तेल में तला जाता है. कारीगर बड़े-बड़े झारे पर बेसन की लोई को अपनी हथेलियों से रगड़ते हैं, जिससे गरम तेल में सेंव के लच्छे गिरते हैं. तेज आंच पर हाथ की फुर्ती ही इसे खस्ता सेंव बनाती है उबलते तेल में 3 से 5 मिनट में सेंव तैयार हो जाती है.
मिक्चर बिना अधूरा खानासेंव के साथ ही लोग मिक्सर के भी शौकीन है खट्टा मीठा मिक्सर तो किसी भी वक्त खाया जा सकता है. वहीं अगर घर में कोई सब्जी बनी हो जो पसंद नहीं आए तो उसमें मिक्चर डाल दो बस हो गया स्वाद डबल. सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है खट्टा मीठा मिक्चर जिसमें पोहे मूंगफली, हल्दी और शक्कर का इस्तेमाल होता है. वहीं तीखा खाने वाले लोग लहसुन का तीखी
बूंदी और सेंव वाला मिक्चर पसंद करते हैं. इनमें मौजूद खास मसाले और जीरावन इसे और स्वादिष्ट बनाते हैं. ड्राई फ्रूट, फलाहारी समेत अन्य प्रयोग करके करीब 200 से ज्यादा वैरायटी के मिक्चर आपको इंदौर में मिलते हैं.