भोपाल AIIMS में कैसा है वर्क कल्चर? क्यों डॉ. रश्मि ने उठाया खौफनाक कदम

भोपाल AIIMS में कैसा है वर्क कल्चर? क्यों डॉ. रश्मि ने उठाया खौफनाक कदम


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AIIMS Doctor Suicide Attempt Case: राजधानी भोपाल के ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंस (AIIMS) में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रश्मि वर्मा के आत्महत्या प्रयास मामले ने डॉक्टरों के मेंटल हेल्थ और वर्कक्चर की पोल खोल दी है. डॉ. रश्मि वर्मा के स्वस्थ की बात करें तो उनके दिमाग की नसे एनेस्थीसिया के ओवरडोज से लेने के कारण डैमेज हुई हैं, पढ़िए रिपोर्ट.

Bhopal News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित सबसे सबसे प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थानों में गिना जाने वाला ऑल इंडिया इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS भोपाल) में डॉ. रश्मि वर्मा के आत्महत्या प्रयास का मामला सामने आने के बाद कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. इस मामले के बाद एम्स प्रशासन और स्वास्थ विभाग में मीटिंग का दौर भी जारी है लेकिन सवाल वही बना हुआ है की आख़िर जब डॉक्टर का वर्कप्लेस का ही माहौल खराब है तो फिर मरीजों का क्या.

बहरहाल, डॉ. रश्मि वर्मा की हालत लगातार नाजुक बनी हुई है और उनको वेंटिलेटर पर रखा गया है. इसी बीच जांच रिपोर्ट आने तक ट्रामा और एमरजेंसी विभाग के HOD डॉ.यूनुस को हटाकर एनेस्थीसिया विभाग में पदस्थ किया गया है. अब आखिर क्या है पूरा मामला और डॉ. रश्मि वर्मा ने क्यों उठाया इतना बड़ा कदम, पढ़िए खास रिपोर्ट.

मिसकंडक्ट के नोटिस से डॉ.रश्मि को लगा अपमानित
राजधानी में भोपाल एम्स के ट्रामा विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रश्मि वर्मा के आत्महत्या का प्रयास करने के केस ने देशभर के डाक्टरों को झकझोर कर रख दिया है. इस पूरे मामले की बात करें तो उनके साथी डाक्टरों के मुताबिक डॉ. रश्मि को एचओडी डॉ. मोहम्मद् युनुस ने एक गंभीर गलत आचरण का नोटिस थमाया था. जिसके बाद डॉ. रश्मि वर्मा खुद को अपमानित महसूस कर रही थी. इसी के बाद उन्होंने अपने घर में आत्महत्या का प्रयास किया था.

एम्स भोपाल में वर्क कल्चर और अंदरूनी राजनीति की बातें
भोपाल के एम्स से डॉ. रश्मि वर्मा का केस सामने आने के बाद कई डॉक्टर जहां इंटरनल पॉलिटिक्स का आरोप लगा रहे हैं तो वहीं एम्स में बेकार काम के माहौल की भी पोल खुलती दिख रही है. बताया तो ये भी जा रहा है कि, डॉ. रश्मि को मानसिक रूप से खूब परेशा किया गया था. जिसके बाद वो इतना बड़ा कदम उठाने पर मजबूर हुई थी.

घटना के बाद एम्स और स्वास्थ्य विभाग ने क्या एक्शन लिया
भोपाल एम्स में डॉ. रश्मि वर्मा ने आत्महत्या का प्रयास किया था. जिसके बाद आनन फानन में छुट्टी वाले दिन ही स्वास्थ्य विभाग और एम्स भोपाल प्रशासन के बीच एक एमरजेंसी बैठक हुई. जिसके बाद डॉ. रश्मि वर्मा के मामले को लेकर एक हाई लेवल कमेटी गठित की गई. यह कमेटी जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को भेजेगी. इसके साथ ही जांच रिपोर्ट आने तक डॉ. युनुस को ट्रामा और एमरजेंसी विभाग के एचओडी के पद से हटाकर उनको डॉ. वैशाली के एनेस्थीसिया विभाग भेजा गया है.

डॉ. रश्मि की हालत नाजुक, शरीर को पहुंचा है गंभीर नुकसान
इसी बीच बात करें डॉ. रश्मि वर्मा के ताजा हालात की तो उनके सुसाइड अटेम्प्ट करने के बाद ही उनको सीपीआर देकर बचाया गया था. जिसके बाद से ही उनको वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है. उनकी ताजा मेडिकल रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि, जब डॉ. रश्मि ने एनेस्थीसिया का हाई डोज खुद को लगाया था. एम्स के डॉक्टरों के मुताबिक, घटना के वक्त डॉ. रश्मि का दिल 7 मिनट के लिए रुक गया था. एमआरआई रिपोर्ट से भी खुलासा हुआ है की, उनके दिमाग की कई नसें डैमेज हुई हैं. ऐसे हालत तब बनते हैं जब दिमाग तक पर्याप्त मात्र में ऑक्सीजन पहुंचना रुक जाता है.

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Deepti Sharma

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