55% सब्सिडी के साथ मेहनत और पानी की बचत, मुनाफा डबल! PMKSY किसानों के लिए जैकपॉट

55% सब्सिडी के साथ मेहनत और पानी की बचत, मुनाफा डबल! PMKSY किसानों के लिए जैकपॉट


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PMKSY Benefits to Farmers: प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत सरकार किसानों को आधुनिक सिंचाई प्रणाली पर सब्सिडी देती है. ड्रिप सिस्टम लगाने, पानी बचाने और पैदावार बढ़ाने के लिए यह योजना महत्वपूर्ण है. जानें इस योजना में सब्सिडी कितनी मिलती है?

भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां आज भी अधिकांश किसान फसलों की सिंचाई के लिए मानसून पर निर्भर रहते हैं. इसी समस्या को दूर करने और किसानों को नियमित सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की. इस योजना के तहत किसान अब आधुनिक सिंचाई तकनीकों को अपनाकर समय पर फसलों की सिंचाई कर बेहतर पैदावार हासिल कर रहे हैं.

उद्यानिकी विभाग द्वारा ड्रिप सिस्टम सिंचाई को बढ़ावा दिया जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत किसानों को ड्रिप सिंचाई उपकरण खरीदने पर 2 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जा रहा है. खास बात यह है कि किसानों को कुल लागत पर 45 से 55 प्रतिशत तक की सब्सिडी का लाभ मिलता है. इन आधुनिक उपकरणों के जरिए किसान फसलों की जड़ों तक सीधे पानी और खाद पहुंचा सकते हैं, जिससे सिंचाई अधिक प्रभावी हो जाती है.

उद्यानिकी विभाग के ग्रामीण विस्तारक अधिकारी सत्यनारायण सिंह ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में ड्रिप सिस्टम सिंचाई के लिए टारगेट प्राप्त हो चुके हैं. इच्छुक किसान कृषि विभाग के MPFSTS पोर्टल पर पंजीकरण कर योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं. आवेदन के बाद किसानों का चयन लॉटरी सिस्टम के माध्यम से किया जाता है.

उद्यान की विभाग के अधिकारी सत्यनारायण सिंह के मुताबिक 5 एकड़ या उससे अधिक काश्तकार वाले बड़े किसानों को 45 प्रतिशत, जबकि 5 एकड़ से कम छोटे किसानों को 55 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है. ड्रिप सिंचाई के लिए 70 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर तक की सहायता राशि निर्धारित की गई है. सत्यनारायण सिंह  ने आगे कहा कि ड्रिप सिस्टम से 70 प्रतिशत तक पानी की बचत होती है. खाद की खपत में भी 40 प्रतिशत तक कमी आती है. वहीं, उत्पादन में 20 से 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.

ड्रिप सिंचाई में पानी बूंद-बूंद के रूप में सीधे फसलों की जड़ों तक पहुंचता है. इसके लिए छोटी व्यास की प्लास्टिक पाइपों का उपयोग किया जाता है. वर्तमान समय में जल संकट और अनिश्चित मौसम को देखते हुए ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई तकनीक किसानों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो रही है.

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Shweta Singh, currently working with News18MPCG (Digital), has been crafting impactful stories in digital journalism for more than two years. From hyperlocal issues to politics, crime, astrology, and lifestyle,…और पढ़ें

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55% सब्सिडी के साथ मेहनत और पानी की बचत, मुनाफा डबल! PMKSY से खुला जैकपॉट



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