मऊगंज अंचल में सर्दी का कहर, घने कोहरे से जनजीवन प्रभावित
दिसंबर के अंतिम सप्ताह में मऊगंज अंचल में सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। सोमवार और मंगलवार की सुबह पूरा जिला घने कोहरे की चादर में लिपटा रहा। शीतलहर और गलन के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ, वहीं सड़कों पर वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो गई।
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सोमवार को तड़के से ही मऊगंज जिले में घना कोहरा छाया रहा। सुबह के समय दृश्यता (विजिबिलिटी) घटकर लगभग 50 मीटर तक पहुंच गई, जिससे राष्ट्रीय और ग्रामीण सड़कों पर वाहन रेंगते हुए नजर आए। कई स्थानों पर वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर सफर करना पड़ा। ठंड और गलन से बचने के लिए सुबह घर से निकलने वाले लोग अलाव का सहारा लेते दिखे।
मौसम के बदले मिजाज से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खुले में काम करने वाले मजदूर, किसान और छोटे दुकानदारों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा। धूप नहीं निकलने के कारण दिनभर ठिठुरन बनी रही।मौसम विभाग के अनुसार, 22 दिसंबर को जिले में अधिकतम तापमान 18.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सुबह 8:30 बजे आर्द्रता 94 प्रतिशत रही, जबकि शाम 5:30 बजे यह 79 प्रतिशत दर्ज की गई। इस दौरान हवाएं उत्तर-पूर्व दिशा से औसतन 4 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलीं। मौसम विभाग ने 23 दिसंबर की सुबह तक जिले में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई है, लेकिन कुछ स्थानों पर घना कोहरा और शीतल दिन की चेतावनी भी जारी की है।
विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों तक तापमान में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा, जिसके बाद इसमें 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आ सकती है। पहाड़ों में हो रही बर्फबारी का असर जिले में स्पष्ट रूप से महसूस किया जा रहा है।
