बरझर के सामलाकुण्ड स्थित काचला फलिया में सड़क न होने के कारण ग्रामीणों को एक बीमार बुजुर्ग महिला को झोली में डालकर अस्पताल ले जाना पड़ा। रूपली (62) पति वेसता मावी का तबीयत खराब होने पर परिजनों ने उन्हें इस तरह मुख्य सड़क तक पहुंचाया। इस घटना का एक वी
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वीडियो में देखा जा सकता है कि ग्रामीण किस तरह बीमार महिला को एक कपड़े की झोली में डालकर पैदल पहाड़ी रास्ते से ले जा रहे हैं। बस्ती तक कोई आवाजाही लायक सड़क नहीं होने के कारण परिजनों को हर बार बीमार व्यक्ति को इसी तरह मुख्य सड़क तक ले जाना पड़ता है, जहां से उन्हें वाहन की ओर से अस्पताल पहुंचाया जाता है।
गुजरात सीमा से सटी बस्ती, बरसात में आवाजाही बना मुसीबत
काचला फलिया की यह बस्ती बरझर से गांगेड़ी गुजरात को जोड़ने वाले पक्के सड़क मार्ग से लगभग एक किलोमीटर अंदर स्थित है। इस फलिया तक वाहनों के आने-जाने के लिए कोई सड़क नहीं बनी है। ग्रामीणों को पैदल ही आवाजाही करना पड़ता है।
सामलाकुण्ड के काचला फलिया में करीब 12 से 15 मकानों की बस्ती है। यह क्षेत्र गुजरात सीमा से सटा हुआ है। ग्रामीणों को अपने व्यापार और अन्य कार्यों के लिए बरझर गांव आना पड़ता है। बरसात के मौसम में अस्पताल या अन्य आवश्यक कार्यों के लिए आने-जाने में उन्हें भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
ग्रामीणों ने प्रशासन से सड़क निर्माण की मांग की है। उनका कहना है कि कम से कम एक कच्ची सड़क बन जाए, तो वाहन उनके घरों तक पहुंच सकेंगे और उन्हें ऐसी आपात स्थितियों में परेशानी नहीं होगी।