भिंड जिले में नेशनल हाइवे-719 (ग्वालियर–भिंड मार्ग) की खराब हालत और लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं के खिलाफ प्रस्तावित जनआंदोलन को अब पूर्व सैनिकों का भी समर्थन मिल गया है। लहार में आयोजित पूर्व सैनिक सम्मेलन में इस मुद्दे पर गंभीर चर्चा हुई और आंदोलन
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इंडियन वेटरन ऑर्गनाइजेशन के सम्मेलन में दिल्ली से आए भारतीय पूर्व सैनिक संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेटरन जोगेंद्र सिंह ने कहा कि एनएच-719 ग्वालियर-चंबल संभाग का सबसे खतरनाक मार्ग बन चुका है। यहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं और लोगों की जान जा रही है, लेकिन इसके बावजूद स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं।
संत समाज के आंदोलन को सैनिक संगठन का समर्थन उन्होंने कहा कि सैनिक जीवन अनुशासन और सेवा का प्रतीक होता है और जब आम लोगों की सुरक्षा का सवाल आता है, तो पूर्व सैनिक चुप नहीं रह सकते। जोगेंद्र सिंह ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन पूरी तरह मानवीय और जनहित से जुड़ा है, इसमें राजनीति का कोई स्थान नहीं है। उन्होंने संत समाज द्वारा शुरू किए जा रहे आंदोलन की सराहना करते हुए 29 दिसंबर को प्रस्तावित कार्यक्रम को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।
सम्मेलन में मौजूद तहसीलदार ने कहा कि प्रशासन सड़क सुरक्षा से जुड़े मामलों को गंभीरता से ले रहा है और जनभावनाओं को शासन तक पहुंचाया जाएगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, समाजसेवी और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। सभी ने एकमत से एनएच-719 को सुरक्षित बनाने, टोल व्यवस्था पर पुनर्विचार करने और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
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ग्वालियर–भिंड हाईवे को सिक्स लेन बनाने की मांग
ग्वालियर–भिंड हाईवे को सिक्स लेन बनाने, सड़क हादसों पर रोक और गौ अभ्यारण की मांग को लेकर संत समाज अब खुलकर आंदोलन के रास्ते पर उतर रहा है। इसी कड़ी में 29 दिसंबर को बरेठा (मालनपुर) टोल प्लाजा पर संत सभा के साथ एक दिवसीय टोल फ्री आंदोलन किया जाएगा।
भिंड जिले के कालिका माता मंदिर बघेली बहादुरपुरा में अखिल भारतीय संत समिति के तत्वावधान में संत समाज की बैठक आयोजित की गई। पूरी खबर पढ़ें…