खरगोन पुलिस ने बेड़िया में एक सराफा व्यापारी से धोखाधड़ी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने नकली आभूषणों के बदले असली आभूषण और नकदी ठगी थी। पुलिस ने उनके पास से 17 लाख रुपए नकद और 3 लाख रुपए के सोने-चांदी के आभ
.
आरोपियों ने सराफा व्यापारी दीपक मुछाल से पहले 3-4 बार खरीदारी कर उनका भरोसा जीता था। 28 नवंबर को दो आरोपियों ने बेटी की शादी का बहाना बनाकर उनसे असली आभूषण और 10 लाख रुपए नकद ठग लिए। इसके बदले में उन्होंने 230 ग्राम सोने की बताकर 23 पुतलियां दीं, जिन्हें बाद में छुड़ा लेने की बात कही थी। जांच करने पर ये पुतलियां नकली पाई गईं।
पुलिस ने 100 से ज्यादा CCTV खंगाले धोखाधड़ी का पता चलने के बाद पुलिस ने सराफा दुकान क्षेत्र के 100 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले। साइबर सेल खरगोन की मदद से गैंग के बारे में जानकारी जुटाई गई। जांच में पता चला कि आरोपी पीथमपुर में रहते थे, लेकिन घटना के कुछ दिन पहले ही अपना किराए का कमरा खाली कर फरार हो गए थे।
पुलिस ने आरोपियों की पहचान धर्मेंद्र पिता राजवीर निवासी जौनाई, मथुरा और विजेंद्र पिता राजकुमार निवासी सोहना, गुड़गांव, हरियाणा के रूप में की। बेड़िया थाना प्रभारी धर्मेंद्र यादव ने एक साथ दोनों आरोपियों के घरों पर दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद उनसे 17 लाख रुपए नकद और 3 लाख रुपए के आभूषण बरामद किए गए।
धोखाधड़ी कर फरार हो जाते थे पुलिस के अनुसार, यह गिरोह जगह बदल-बदलकर सराफा व्यापारियों से बेहतर व्यवहार बनाकर उनका विश्वास जीतता था। फिर किसी मजबूरी का बहाना बनाकर नकली सोने को असली बताकर कम दाम में बेचते थे और धोखाधड़ी कर फरार हो जाते थे।
बेड़िया सराफा व्यापारी एसोसिएशन ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की और पुलिस फंड में 10 हजार रुपए का इनाम भी दिया।