ग्वालियर पुलिस ने संवेदनशील और मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए टूटते परिवारों को जोड़ने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। बीते एक वर्ष में पुलिस की काउंसिलिंग के जरिए करीब 900 परिवारों में सुलह कराई गई, जिससे दांपत्य रिश्ते बिखरने से बच सके।
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इसी क्रम में बुधवार को ग्वालियर में काउंसिलिंग के बाद सुलह कर चुके पांच दंपतियों को महिला थाने बुलाया गया। इस दौरान पति-पत्नी ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई, मिठाई खिलाई। उन्हें पुलिस की ओर से उपहार देकर सम्मानित किया गया। यह क्षण दंपतियों के साथ-साथ मौजूद पुलिस स्टाफ के लिए भी भावनात्मक रहा।
गलतफहमी दूर करते हैं काउंसलर
महिला थाने में संचालित परिवार परामर्श केंद्र लगातार दांपत्य रिश्तों में आई दरार को भरने का प्रयास कर रहा है। यहां पुलिस कर्मियों के साथ सामाजिक संस्थाओं से जुड़े अनुभवी काउंसलर भी मौजूद रहते हैं, जो संवाद और समझाइश के जरिए पति-पत्नी के बीच की गलतफहमियों को दूर करते हैं। उद्देश्य यही रहता है कि विवाद कानूनी मोड़ लेने से पहले रिश्तों को बचाया जा सके।
एक साल में 1650 मामले सामने आए
एडिशनल एसपी विदिता डागर ने बताया कि पिछले एक साल में महिला थाने में पति-पत्नी के विवाद, अलगाव या तलाक से जुड़े करीब 1650 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से लगभग 900 मामलों में आपसी सहमति से सुलह हो गई, जबकि करीब 400 मामलों में कानूनी कार्रवाई के तहत केस दर्ज किए गए। उन्होंने कहा कि पुलिस की प्राथमिकता जहां संभव हो, वहां रिश्तों को जोड़ना है। उन्होंने जोर देकर कहा “पुलिस का काम केवल कार्रवाई करना नहीं, बल्कि लोगों की मदद करना भी है,”