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Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: ग्वालियर के नया बाजार स्थित बहादुरा स्वीट्स अटल बिहारी वाजपेयी की पसंदीदा मिठाई दुकान रही है. अटल जी को यहां के लड्डू और रसगुल्ले खास पसंद थे. जब वे प्रधानमंत्री बने और ग्वालियर आना कम हो गया, तब भी उनके लिए मिठाई दिल्ली भेजी जाती थी. आज भी यह दुकान शुद्ध देशी घी की मिठाइयों और अटल जी की यादों के लिए प्रसिद्ध है.
Atal Bihari Vajpayee Birth Anniversary: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई अपने जीवनकाल में खाने के बड़े शौकीन माने जाते थे. वे न केवल खुद खाने का आनंद लेते थे, बल्कि दूसरों को भी खाने-पीने में खुश रखते थे. ग्वालियर के नया बाजार इलाके में स्थित बहादुरा स्वीट्स उनके पसंदीदा स्थलों में से एक थी. इस दुकान के लड्डू और रसगुल्ले अटल जी को खास तौर पर पसंद थे. अटल जी अक्सर यहां आकर लड्डू और रसगुल्ले खाया करते थे. इतना ही नहीं, जब वे प्रधानमंत्री बने और ग्वालियर आना उनके लिए मुश्किल हो गया, तब भी उनके लिए बहादुरा स्वीट्स के लड्डू और रसगुल्ले दिल्ली भेजे जाते थे.
अटल जी का पसंदीदा लड्डू
बहादुरा स्वीट्स आज भी शुद्ध देशी घी से बने लड्डू, रसगुल्ले और जलेबियों के लिए मशहूर है. यहां रोजाना ताजे लड्डू और रसगुल्ले बनते हैं और दूर-दूर से लोग उनका स्वाद लेने आते हैं. इस दुकान का यह विशेष स्थान सिर्फ स्वाद के कारण ही नहीं, बल्कि अटल जी की पसंदीदा दुकान होने के कारण भी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गई है. यहां के लड्डू को आज भी लोग “अटल जी का पसंदीदा लड्डू” कहकर याद करते हैं.
शिक्षा भी ग्वालियर से जुड़ी
अटल जी की शिक्षा भी ग्वालियर से जुड़ी हुई है. वे तीन साल तक महाराजबाड़ा के पास स्थित गोरखी स्कूल में पढ़े. उन्होंने 1935 में इस स्कूल में छठवीं क्लास में दाखिला लिया और 1938 तक आठवीं क्लास तक पढ़ाई की. यह स्कूल उनके जीवन की कई यादों से जुड़ा हुआ है. आज यह स्कूल आधुनिक तकनीक के साथ डिजिटल शिक्षा प्रदान करता है. स्कूल परिसर में डिजिटल अटल म्यूजियम भी बनाया गया है, जहां अटल जी की जीवन यात्रा और स्मृतियों को डिजिटल रूप में देखा जा सकता है.
गोरखी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक और छात्र दोनों ही अटल जी से जुड़े होने पर गर्व महसूस करते हैं. छात्र कहते हैं कि वे भी अटल जी की तरह देश की सेवा करना चाहते हैं. स्कूल के शिक्षक भी इस बात को गर्व की बात मानते हैं कि जिस स्कूल में अटल जी ने पढ़ाई की, उन्हें वहां सेवा करने का अवसर मिला. कुछ छात्रों ने इस अवसर पर अटल जी की कविता भी पेश की, जिससे स्कूल परिसर में अटल जी की यादें और जीवंत हो उठीं. अटल जी की पसंदीदा मिठाई और उनके स्कूल की यादें आज भी ग्वालियर की शान हैं. यह स्थान और ये यादें नए पीढ़ी के लिए प्रेरणा और गर्व का प्रतीक बनी हुई हैं.
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Deepti Sharma, currently working with News18MPCG (Digital), has been creating, curating and publishing impactful stories in Digital Journalism for more than 6 years. Before Joining News18 she has worked with Re…और पढ़ें