पश्चिम रेलवे के द्वारा अगले साल यानी 2026 में लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन बनकर तैयार हो जाएगा। बताया जा रहा है कि फरवरी महीने से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन पूरी तरह ऑपरेशनल हो जाएगा। लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन करीब 55 करोड़ रुपए में तैयार किया जा रहा ह
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लक्ष्मी नगर रेलवे स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों को लेकर सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि इस स्टेशन के विकास के लिए 5 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की गई थी। अभी यहां पर विकास का कार्य तेज गति से चल रहा है। यह कार्य अगले महीने जनवरी में पूरा हो जाने की संभावना है। सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए इस स्टेशन का विकास किया जा रहा है। इंदौर के रेलवे स्टेशन पर तो विकास कार्य अभी चल रहा है, यह कार्य लंबा है। ऐसी स्थिति में जो दूसरी नई ट्रेन इंदौर से शुरू की जाना है और इंदौर तक पहुंचना है उन ट्रेनों के लिए लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन को डेस्टिनेशन बनाया जाएगा। वहीं यहां पर प्लेटफार्म की ओर मौजूद रेल पटरी से तो यात्रियों के परिवहन वाली रेल का आना और जाना हो जाएगा। इसके साथ ही मालगाड़ी के आने जाने के लिए दो प्लेटफार्म के बीच में रेल की पटरी डालकर विकास किया जा रहा है। ताकि मालगाड़ी के कारण रेलवे लाइन इंगेज नहीं हो सके।
लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन का का रूट मैप देखते सांसद।
5 करोड़ में तैयार होगा स्टेशन सांसद ललवानी ने बताया कि पश्चिम रेलवे के द्वारा 5 करोड रुपए की राशि खर्च कर यहां रेलवे स्टेशन के विकास के कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। इस स्टेशन पर भी अन्य विकसित स्टेशनों की तरह एक्सीलेटर लिफ्ट और अन्य सभी जनता की सुविधाओं का विकास किया जाएगा। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्टेशन पर 36 फीट चौड़ा फुट ओवरब्रिज बनाया जा रहा है। साथ ही बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों की सुविधा के लिए तीन नई लिफ्टें भी लगाई जा रही है।

रेलवे ट्रैक का निरीक्षण करते सांसद व रेल अधिकारी।
फरवरी में शुरू होगा स्टेशन रेलवे अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल सिग्नल सिस्टम के स्थानांतरण, भवन तोड़ने और ट्रैक पर पटरियां बिछाने का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। पूरा स्टेशन फरवरी से पूरी तरह चालू हो जाएगा। वर्तमान में स्टेशन पर तीन प्लेटफार्म हैं, जबकि दो नए प्लेटफार्म निर्माणाधीन हैं। साथ ही दो अतिरिक्त रेलवे ट्रैक भी बिछाए जा रहे हैं, ताकि रेल यातायात सुगम हो सकें। प्लेटफार्मों की लंबाई बढ़ाई जा रही है। इससे लंबी दूरी की ट्रेनों का ठहराव आसानी से हो सकेगा।