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Mahakal Darshan Ujjain: बाबा महाकाल के दरबार पर हर नए वर्ष आस्था का सैलाब देखने को मिलता है. जिसमें लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. अगर आप भी नए साल में दर्शन का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके बेहद काम की है.
विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार में रोजाना लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. नए साल पर यह संख्या और अधिक बढ़ जाती है. इस बार भी नए साल पर दस से बारह लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान मंदिर समिति ने लगाया है. श्रद्धालु की सुविधा के लिए महाकालेश्वर मंदिर समिति समय-समय पर बड़े निर्णय करती है. इस बार भी नए साल से पहले दर्शन व्यवस्था के साथ नई सौगात भी भक्तों को दे रही है. इस बार कुछ चीजें बैन होने वाली हैं. आइए जानते हैं.

नए साल के पहले क्रिसमस से छुट्टियां की शुरूआत हो जाती है. क्रिसमस से शुरू हुए वेकेशन में श्री महाकालेश्वर मंदिर में भारी उमड़ पड़ी है. बता दें, छुट्टियों के पहले ही दिन गुरुवार को मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगना शुरू हो गई थी. सुबह भस्म आरती से दर्शन का सिलसिला शुरू हुआ जो रात शयन आरती तक चला. दोपहर चार बजे तक 1 लाख श्रद्धालुओं ने महाकाल मंदिर पहुंचकर दर्शन का लाभ लिया था. अब आगे और श्रद्धांलु की संख्या का बढ़ने का अनुमान है.

सबसे पहले महाकाल मंदिर में एक बदलाव एक जनवरी 2026 यानि कि नए साल के पहले दिन से देखने को मिलेगा. जिसमे मंदिर प्रशासन ने तय किया है कि अब श्रद्धालु बाबा महाकाल को अजगर माला या बहुत भारी मालाएं नहीं चढ़ा सकेंगे. रोजाना बड़ी संख्या में आने वाले भक्तों के कारण सुरक्षा जांच करना मुश्किल हो रहा था. खासकर महिलाओं द्वारा लाई गई भारी मालाओं की सही तरीके से जांच नहीं हो पाती थी, इसलिए यह रोक लगाई जा रही है. वहीं, आरती के समय चढ़ाई जाने वाली बड़ी मालाएं सिर्फ मंदिर समिति ही अर्पित करेगी.
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महाकाल मंदिर समिति मे नए वर्ष में भक्तों को सौगात भी दी है. मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल का प्रसाद आसानी से उपलब्ध कराने के लिए मंदिर समिति ने अतिरिक्त प्रसाद काउंटर लगाने का निर्णय लिया है. इसके साथ ही प्रसाद निर्माण इकाई में भी तैयारियां शुरू हो गई है.

इतना ही नहीं जो भी भक्त महाकाल के दरबार में आता है. वह दान देना नहीं भूलता, मंदिर समिति अध्यक्ष और कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने बताया, इस बार 1 अरब रुपए से अधिक का दान मंदिर समिति को साल भर में अलग-अलग माध्यमों से मिला है. मंदिर समिति के अनुसार, 1 जनवरी 2025 से 15 दिसंबर 2025 तक 5.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने साल भर में यह दान राशि अलग-अलग माध्यमों से दी है.

मंदिर समिति अध्यक्ष व कलेक्टर रोशन कुमार सिंह नें कहा है कि महाकाल के दरबार मे रोजाना श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती नजर आ रही है. इसलिए मंदिर परिसर में श्रद्धांलु के मोबाइल को भी बैन किया गया है. उन्होंने श्रद्धालु से अपील की कोई अपने साथ मोबाइल लेकर ना जाए. जिससे दर्शन करने में किसी प्रकार की बाधा न हो सके.

महाकाल मंदिर समिति ने निर्णय लिया है कि दर्शन व्यवस्था को सुव्यवस्थित और सुरक्षित बनाए रखने के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे, ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो. इसके साथ ही यह भी तय किया गया है कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को 250 रुपये वाली शीघ्र दर्शन सुविधा अस्थायी रूप से बंद रहेगी. समिति का उद्देश्य है कि सभी श्रद्धालु शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में बाबा महाकाल के दर्शन कर सकें.

इतना ही नही श्रद्धालुओं की बेहतर सुविधा के लिए भस्म आरती में चलित दर्शन व्यवस्था तो चालु ही है. लेकिन नववर्ष पर भीड़ को देखते हुए 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग बंद रहेगी. 10 दिन के लिए यहां नियमों में बदलाव हुआ है. इस बार नए साल पर 12 लाख श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान है.