भारत कोई धर्मशाला नहीं, बांग्लादेशी हिंदुओं को जगह दें, घुसपैठियों को नहीं: बागेश्वर बाबा

भारत कोई धर्मशाला नहीं, बांग्लादेशी हिंदुओं को जगह दें, घुसपैठियों को नहीं: बागेश्वर बाबा


News18 India से एक्सक्लूसिव इंटरव्‍यू में बागेश्वर धाम प्रमुख पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बांग्लादेश, घुसपैठ, धर्म, आस्था और सामाजिक मुद्दों पर बेबाक राय रखी. उनका यह इंटरव्यू ऐसे वक्त सामने आया है, जब बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों, भारत में अवैध घुसपैठ और नागरिकता से जुड़े सवालों पर देशभर में बहस तेज है. बाबा बागेश्वर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है, जहां कोई भी आकर बस जाए. उन्होंने सरकार से मांग की कि यह साफ तौर पर चिन्हित किया जाए कि कौन देश का है और कौन नहीं. उनके बयान ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में नई चर्चा छेड़ दी है.

इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बाबा बागेश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने न सिर्फ बांग्लादेशी हिंदुओं के समर्थन में खुलकर बात की, बल्कि अवैध घुसपैठ को देश के लिए गंभीर खतरा बताया. उन्होंने कहा कि अगर किसी को भारत में जगह देनी है तो बांग्लादेश में प्रताड़ित हिंदुओं को दी जाए. सोशल मीडिया, खाप पंचायत, पुलिस के वायरल वीडियो और निजी जीवन से जुड़े सवालों पर भी उन्होंने बेबाक जवाब दिए. उनके बयान आस्था, राष्ट्रवाद और सामाजिक संतुलन के मुद्दे पर एक स्पष्ट रेखा खींचते नजर आए.

भारत, बांग्लादेश और घुसपैठ पर बड़ा बयान
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भारत एक संप्रभु राष्ट्र है और उसकी अपनी अंतरराष्ट्रीय नीतियां हैं. कोई भी देश बिना पहचान और प्रक्रिया के लोगों को बसने की अनुमति नहीं देता. उन्होंने कहा कि यह तय होना चाहिए कि कौन देशप्रेमी है और कौन देशद्रोही. जो देश का नहीं है, उसे देश में रहने का अधिकार नहीं होना चाहिए.

SIR पर बाबा बागेश्वर की साफ राय
SIR यानी नागरिक पहचान प्रक्रिया को लेकर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह आवश्यक है. उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा और सामाजिक संतुलन के लिए यह जानना जरूरी है कि भारत का नागरिक कौन है और कौन नहीं. उन्होंने दो टूक कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है कि कोई भी आकर बस जाए.

बांग्लादेशी हिंदुओं को लेकर अपील
बागेश्वर बाबा पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि अगर सीमा खोलनी ही है, तो बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए खोली जाए. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हिंसा हो रही है और उन्हें भारत में शरण मिलनी चाहिए. अवैध तरीके से आए लोगों को लेकर उन्होंने चिंता जताई और कहा कि ऐसे तत्व देश में अशांति फैला सकते हैं.

बांग्लादेशी खिलाड़ियों पर प्रतिक्रिया
बांग्लादेश के खिलाड़ियों को लेकर पूछे गए सवाल पर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि उनका न खेलना एक अच्छा फैसला है. उन्होंने कहा कि देशहित में ऐसे फैसले जरूरी हैं और राष्ट्रहित सबसे ऊपर होना चाहिए.

चुप्पी पर तीखा सवाल
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही हिंसा पर चुप रहने वालों पर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि देश में कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्हें हिंदुओं पर अपराध होने पर अपराध नहीं लगता, लेकिन मुस्लिम समुदाय से जुड़ी घटना को तुरंत दंगे से जोड़ दिया जाता है. उन्होंने इस सोच को खतरनाक बताया.

छत्तीसगढ़ पुलिस अफसर के वायरल वीडियो पर बोले बाबा 
छत्तीसगढ़ पुलिस के वायरल वीडियो पर बाबा बागेश्वर ने संतुलित प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पुलिस ने कुछ गलत नहीं किया. अगर वर्दी में कोई अपनी आस्था के अनुसार पूजा करता है या नमाज पढ़ता है, तो यह व्यक्तिगत आस्था का विषय है.

खाप पंचायत और सोशल मीडिया पर नजरिया
खाप पंचायत पर उन्होंने कहा कि समय के साथ बदलाव जरूरी है. सोशल मीडिया को लेकर उन्होंने चिंता जताई और कहा कि इस पर बहुत गंदा और भटकाने वाला कंटेंट परोसा जा रहा है. उन्होंने सोशल मीडिया को पूरी तरह बंद करने के बजाय नियंत्रित करने की जरूरत बताई.

धार्मिक चेतना और समाज में बदलाव
बागेश्वर बाबा ने कहा कि समाज में धार्मिक चेतना बढ़ी है. उन्होंने कहा कि जो लोग पहले मकबरे देखने जाते थे, आज मंदिर जा रहे हैं. उन्होंने नए साल पर लोगों को संदेश देते हुए कहा कि अगर एक बुरी आदत नहीं छोड़ सकते, तो कम से कम दो अच्छी आदतें जरूर अपनाएं.

हुमायूं कबीर पर तीखी टिप्पणी
नामों और प्रतीकों को लेकर उन्होंने कहा कि अपने मजहब के नाम रखो, कोई दिक्कत नहीं है. लेकिन बाबर जैसे आक्रांताओं के नाम क्यों? उन्होंने कहा कि ऐसे नाम सामाजिक तनाव को जन्म देते हैं.

इंद्रेश जी की शादी और निजी जीवन
इंद्रेश जी की शादी पर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि यह उनकी निजी जिंदगी है और इसमें कोई गलत बात नहीं है. अपनी शादी को लेकर उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि जब करेंगे, दबंगई के साथ करेंगे.



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