मऊगंज में गोवंश की बदहाली पर कवि का व्यंग्य गीत: सरकार और व्यवस्था पर कसा तंज, VIDEO; गौ संरक्षण पर प्रशासन चुप – Mauganj News

मऊगंज में गोवंश की बदहाली पर कवि का व्यंग्य गीत:  सरकार और व्यवस्था पर कसा तंज, VIDEO; गौ संरक्षण पर प्रशासन चुप – Mauganj News


मऊगंज जिले में गौ संरक्षण की बदहाल व्यवस्था पर स्थानीय कवि विवेक नामदेव का एक व्यंग्यात्मक गीत सोशल मीडिया पर सामने आया है। यह गीत सरकार, प्रशासन और राजनीतिक दलों की निष्क्रियता पर सवाल उठाता है और आमजन की भावनाओं को व्यक्त कर रहा है।

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जिले में गौ संरक्षण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। कई गौशालाओं में चारे और पानी की कमी के कारण गौवंशों की मौतें हो रही हैं। इसके अलावा, बड़ी संख्या में मवेशी सड़कों पर खुलेआम घूमते रहते हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का जोखिम बढ़ गया है।

गौ तस्करी की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही हैं। इन गंभीर समस्याओं के बावजूद, संबंधित विभागों और जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।

बड़ी संख्या में मवेशी सड़कों पर खुलेआम घूमते रहते हैं।

कवि ने गीत के जरिए सरकार पर व्यंग्य किया

इन्हीं हालातों को लेकर कवि ने अपने गीत के जरिए सरकार और व्यवस्था पर व्यंग्य किया है। उनका यह गीत विभिन्न सोशल मीडिया पर तेजी से साझा किया जा रहा है, जिस पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।

यह गीत उसी लोकप्रिय तर्ज पर प्रस्तुत किया गया है, जिस पर पहले राखी द्विवेदी ने सीएम मोहन यादव को विंध्य क्षेत्र का जीजा बताते हुए एक गीत गाया था। कवि ने अपने इस गीत के जरिए सत्ताधारी भाजपा के साथ-साथ विपक्षी कांग्रेस पर भी सवाल उठाए हैं।

गीत में गौवंश की दुर्दशा, राजनीतिक दिखावे और जिम्मेदारों की चुप्पी को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह गीत उनकी पीड़ा को आवाज देता है, जिसके कारण यह जनचर्चा का विषय बन गया है।



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