सीहोर जिले में आज सोमवार को न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। यह कल की तुलना में दो डिग्री अधिक है। हवाओं की दिशा उत्तर की बजाय पूर्व से होने के कारण तापमान में यह उतार-चढ़ाव आया है। हालांकि, जिले में आज लगातार तीसरे दिन भी घना कोह
.
मौसम विभाग के अनुसार, अब हवा की दिशा फिर से उत्तर की ओर हो जाएगी, जिससे कल से तापमान में और गिरावट आने की संभावना है। आगे भी घना कोहरा बने रहने के आसार हैं। प्रशासन ने नागरिकों को शीतलहर के लक्षणों और बचाव के उपायों के प्रति जागरूक रहने के निर्देश दिए हैं।
शीतलहर और बीमारियों का खतरा
दिसंबर और जनवरी माह के दौरान अक्सर शीतलहर का प्रकोप देखने को मिलता है। इस दौरान तापमान 5-7 डिग्री सेल्सियस या उससे कम हो जाता है। अत्यधिक ठंड के कारण हाइपोथर्मिया और फ्रॉस्टबाइट जैसी शीतजनित बीमारियां हो सकती हैं। विषम परिस्थितियों में मृत्यु की संभावना भी रहती है।
बुजुर्गों और बच्चों को ज्यादा खतरा
शीतलहर के दौरान विशेष रूप से 65 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग, 5 वर्ष से कम आयु के बच्चे, हृदय एवं श्वसन रोग से पीड़ित व्यक्ति ज्यादा संवेदनशील होते हैं। इसके अलावा बेघर लोग, खुले स्थानों व निर्माण स्थलों पर कार्यरत श्रमिक, सड़क किनारे रहने वाले व्यक्ति और छोटे व्यवसायी भी जोखिम में रहते हैं।
ये बरतें सावधानी
नागरिकों को पर्याप्त मात्रा में और कई परतों में गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है। सिर, गर्दन, हाथ एवं पैरों को अच्छी तरह ढकें और टोपी, मफलर व मोजे का प्रयोग करें। वॉटरप्रूफ जूतों का उपयोग करें। गर्म एवं तरल पेय पदार्थ (चाय, सूप) लेते रहें तथा संतुलित आहार व विटामिन-सी युक्त फल-सब्जियों का सेवन करें। ठंडी हवा से बचें और अनावश्यक यात्रा न करें।