नई दिल्ली. देश में अप्रैल 2021 में सबसे ज्यादा वाहनों का रजिस्ट्रेशन (Vehicle Registration) महाराष्ट्र में हुआ है. यह खुलासा ऑटोमोटिव इनसाइट्स एंड एनालिटिक्स प्रोवाइडर जाटो डायमिक्स इंडिया (Jato Dynamics India) की रिपोर्ट में हुआ है. यह डाटा ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के वाहन ऑनलाइन पोर्टल से लिया गया है. रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल 2020 से मई 2021 के बीच महाराष्ट्र में कुल 2,82,330 वाहनों को लिस्ट किया गया.
हालांकि वित्त वर्ष 2020 की तुलना में राज्य में नए वाहन लिस्टिंग में छह प्रतिशत की गिरावट आई है. यह हाल देश के शीर्ष 10 राज्यों में से 9 के मामलों में भी रहा जहां साल दर साल गिरावट दर्ज की गई.
कर्नाटक में न गिरावट ना बढ़ोत्तरी
अप्रत्याशित रूप से कर्नाटक जो इस सूची में चौथे स्थान पर है एकमात्र ऐसा राज्य है जिसने ना तो गिरावट देखी और न ही वाहनों के रजिस्ट्रेशन में बढ़ोत्तरी. वित्त वर्ष 2021 के दौरान राज्य में कुल 1,81,143 वाहनों को सूचीबद्ध किया गया था. इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश रहा जहां नई लिस्टिंग 2,59,510 में 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की. तीसरे नंबर पर गुजरात रहा 2,25,557 यूनिट के साथ यहां भी 11 प्रतिशत की गिरावट आई नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन में.
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सबसे ज्यादा केरल में प्रभाव
केरल में यह गिरावट सबसे ज्यादा 15 प्रतिशत रही टॉप दस राज्यों में. यहां इस दौरान 1,63,186 यूनिट सेल हुई. इसके बाद तमिलनाडू का नंबर है जहां यह गिरावट 14 फीसदी है 1,56,844 रजिस्ट्रेशन के साथ. इस दौरान दिल्ली में 127936, राजस्थान 1,35,172 और हरियाणा में 1,45,646 यूनिट नए रजिस्ट्रेशन के बावजूद 13 प्रतिशत गिरावट दर्ज की गई. पंजाब में कुल 88,513 नए रजिस्ट्रेशन हुए और यहां भी 14 प्रतिशत की गिरावट रही.
अभूतपूर्व मंदी का सामना कर रहा है ऑटोमोबाइल सेक्टर
देश की ऑटोमोबाइल सेक्टर कोविड 19 महामाही से जुड़े लॉकडाउन के कारण वित्त वर्ष 2020 से अभूतपूर्व मंदी का सामना कर रहा है. घातक वायरस की चल रही दूसरी लहर के साथ, सेक्टर में पहले ही उथल-पुथल के संकेत दिखना शुरू हो गया था. इसके अलावा ट्रांसपोर्ट सेक्टर पर भी कोरोना महामारी का बुरा प्रभाव पड़ा है. पिछले दिनों आई एक रिपोर्ट के अनुसार लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्ट सेक्टर को हर दिन 315 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है.