ब्लैक फंगस दवा की कालाबाजारी पर सख्ती: खुदरा दवा दुकान पर नहीं मिलेगा एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन, स्टॉकिस्ट अब सीधे अस्पताल को देंगे

ब्लैक फंगस दवा की कालाबाजारी पर सख्ती: खुदरा दवा दुकान पर नहीं मिलेगा एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन, स्टॉकिस्ट अब सीधे अस्पताल को देंगे


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भोपाल14 मिनट पहले

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  • फूड एंड ड्रग कंट्रोल विभाग ने जारी किए निर्देश

मध्य प्रदेश में ब्लैक फंगस (म्यूकर माइकोसिस) के मरीज बढ़ने के साथ ही इसकी दवा एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की मांग बढ़ गई है। रेमडेसिविर की तरह इसकी भी कालाबाजारी रोकने के लिए फूड एंड ड्रग विभाग ने निर्देश जारी किए हैँ। इसके मुताबिक बाजार में खुदरा दवा दुकानदार ये इंजेक्शन नहीं बेच सकेंगे। होल सेलर या स्टॉकिस्ट सीधे अस्पतालों को ही इंजेक्शन उपलब्ध कराएंगे। सोमवार को ड्रग कंट्रोलर पी नरहरि ने प्रदेश के सभी ड्रग इंस्पेक्टर, सी एंड एफ/ स्टॉकिस्ट/होलसेलर/डिस्ट्रिब्यूटर/दवा विक्रेता को इस संबंध में नोटिस जारी किया है।

ये निर्देश जारी किए

– एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन का उपयोग गंभीर मरीजों के लिए डॉक्टरों की निगरानी में किया जाएगा।

– निर्माता कंपनी से इंजेक्शन सीए एंड एफ से होलसेलर / स्टॉकिस्ट को उपलब्ध कराया जाएगा। जो अस्पतालों/नर्सिंग होम को इंजेक्शन देंगे।

– सी एंड एफ और स्टॉकिस्ट की जिम्मेदारी होगी कि वह होलसेलर को बराबर अनुपात में इंजेक्शन देंगे।

– होलसेलर अस्पताल/नर्सिंग होम को मरीजों की संख्या के अनुपात में इंजेक्शन देंगे।

– सी एंड एफ और स्टॉकिस्ट प्रतिदिन के इंजेक्शन विक्रय की जानकारी संबंधित ड्रग इंस्पेक्टर को उपलब्ध देंगे। ड्रग इंस्पेक्टर उसी दिन नियंत्रक कार्यालय को जानकारी भजेंगे।

ब्लैक फंगस ने बढ़ाई टेंशन

प्रदेश में भले ही कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार कमी आ रही है, लेकिन अब ब्लैक फंगस लोगों को डराने लगा है। प्रदेश में ब्लैक फंगस के अब तक 281 मरीज मिल चुके हैं, जबकि 27 मरीजों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा मरीज 128 इंदौर में मिले हैं। भोपाल में 75, ग्वालियर में 15, रीवा में 12, राजगढ़ में 6, सतना में 5 और टीकमगढ़ व छतरपुर में 2-2 मरीज मिल चुके हैं।

केंद्र से मांगे एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन के 24 हजार डोज

कोविड-19 का इलाज करवा रहे या ठीक हुए कुछ व्यक्तियों में हो रहे दुर्लभ म्यूकर माइकोसिस यानी ‘ब्लैक फंगस’ संक्रमण के उपचार के लिए एम्फोटेरिसिन बी-50 एमजी इंजेक्शन कारगर है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस इंजेक्शन के 24 हजार डोज मप्र को आवंटित करने के लिए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख एल मंडाविया को पत्र लिखा है।

2 हजार इंजेक्शन गुजरात से मंगाए

स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि कोविड के पश्चात होने वाले ब्लैक फंगस रोग के इलाज की भी नि:शुल्क व्यवस्था सरकार द्वारा की जा रही है। प्रदेश में इसके इलाज के लिए 2 हजार एम्फोटेरेसिन इंजेक्शन गुजरात से हवाई जहाज से मंगाए जा रहे हैं।

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