म्यूनिख: दिग्गज खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो उस समय भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए, जब स्पेन के खिलाफ नेशंस लीग फुटबॉल के फाइनल में पुर्तगाल के गोलकीपर डिएगो कोस्टा ने अल्वारो मोराटा की चौथी पेनल्टी बचाई और फिर रुबेन नेवेस ने अपनी टीम की पांचवीं पेनल्टी को गोल में बदलकर जीत सुनिश्चित कर दी.
यूईएफए नेशंस लीग में जीत के बाद रोनाल्डो ने संवाददाताओं से कहा, ‘आप जानते हैं कि मैं पहले से ही कितना बूढ़ा हो चुका हूं. जाहिर है, मैं शुरुआत की तुलना में अंत के करीब हूं, लेकिन मुझे हर पल का आनंद लेना है. अगर मैं गंभीर रूप से घायल नहीं होता हूं, तो मैं खेलना जारी रखूंगा.’
रोनाल्डो ने इस प्रतियोगिता में टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाई. रविवार को खेले गए फाइनल में उन्होंने मैच के 61वें मिनट में गोल कर स्कोर 2-2 से बराबर किया, जिससे यह मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में खिंचा. पुर्तगाल ने पेनल्टी शूटआउट में 5-3 से जीत दर्ज की.
वह मैच से पहले वार्म अप के लिए मैदान में पहुंचने वाले पहले खिलाड़ी थे. पुर्तगाल के समर्थकों ने जोर से शोर मचाकर उनका स्वागत किया. स्टेडियम में ज्यादातर समर्थकों ने उनके नाम की जर्सी पहन रखी थी.
वह हालांकि थकान के हावी होने के बाद मैच के 88वें मिनट में मैदान से बाहर चले गए. रोनाल्डो ने कहा कि वह इस मुकाबले में चोट के साथ पहुंचे थे.
रोनाल्डो ने कहा, ‘यह इस ट्रॉफी के लिए था, मुझे खेलना था और मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया.’
रोनाल्डो को क्लब विश्व कप में खेलने के लिए कई टीमों से लुभावने प्रस्ताव मिल रहे है लेकिन उन्होंने इसमें खेलने की अटकलों को शनिवार को ही खारिज कर दिया था. वह हालांकि पुर्तगाल के लिए खेलते रहेंगे.
उन्होंने कहा, ‘मैं कई देशों में रहा हूं, मैंने कई क्लबों के लिए खेला है, लेकिन जब बात पुर्तगाल की आती है, तो यह हमेशा एक खास एहसास होता है.’