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Rewa Mango News: यूं तो रीवा का सुंदरजा आम प्रसिद्ध है. लेकिन, अब यहां अफगानिस्तान का नूरजहां आम भी उगेगा. इसकी तैयारी फल अनुसंधान केंद ने कर ली है.
हाइलाइट्स
- रीवा में उगेगा अफगानिस्तान का नूरजहां आम
- एक नूरजहां आम का वजन 2 किलो तक हो सकता
- नूरजहां आम की कीमत 2000 रुपये तक हो सकती
Rewa News: रीवा के फल अनुसंधान केंद्र में सुंदरजा आम के बाद अब नूरजहां आम पर रिसर्च पूरी हो चुकी है. अब तक रीवा के लोग नूरजहां आम का स्वाद बाजार से खरीद कर चखते थे, लेकिन अब रीवा की मिट्टी में फलने वाले नूरजहां आम का स्वाद चखेंगे. रीवा फल अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. टीके सिंह ने बताया, अफगानिस्तान से भारत और फिर गुजरात होते हुए यह आम एमपी के आलीराजपुर के कट्ठीवाड़ा पहुंचा.
रीवा में इतने आम
आगे बताया, भारत में करीब 1500 किस्म के आम होते हैं, जिनमें से 237 किस्मों पर रीवा में रिसर्च होती है. इनमें से कुछ प्रकार बेहद लोकप्रिय हैं. आम लोगों की जुबान पर चढ़े हैं. सुंदरजा, अल्फांसो, बॉम्बे ग्रीन, चौसा, दशहरी, लंगड़ा, केसर, नीलम, तोतापरी, मालदा, सिंदूरी, बादामी, हापुस, नूरजहां, कोह-ए-तूर के नाम अक्सर लोग लेते हैं. इनमें मध्य प्रदेश के आमों का जिक्र खास है.
मध्य प्रदेश के आम बहुत खास हैं. यदि कहें कि मध्य प्रदेश में ‘आम पर्यटन’ के रूप में पर्यटन की नई शाखा सामने आई है तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी. हालांकि, नूरजहां आम में जनवरी में फूल आना शुरू होते हैं. फरवरी के आखिर तक पेड़ फूलों से लद जाता है. जून के आखिर तक पेड़ फलों से भर जाता है. इसका पौधा अफगानिस्तान से गुजरात होते हुए मध्य प्रदेश आया.
एक आम की कीमत 2000 रुपये!
कट्ठीवाड़ा में ही आमों की 37 किस्में देखी जा सकती हैं. यहां नूरजहां आम के पेड़ की ऊंचाई 60 फीट तक है. एक पेड़ में 100 के करीब आम निकल आते हैं. इस प्रकार करीब 350 आम पांच पेड़ों से मिल जाते हैं. एक आम 500 रुपये से लेकर 2000 तक बिक जाता है.