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फोर्ड की भारत वापसी पर संशय है. कंपनी चेन्नई प्लांट से दुनियाभर में कारें भेजने की योजना पर विचार कर रही है, लेकिन यूएस में राजनीतिक दबाव और 30 करोड़ डॉलर के खर्च के कारण देरी संभव है. फोर्ड इस समय का उपयोग अपन…और पढ़ें
फोर्ड इंडिया ने पिछले साल वापसी का ऐलान किया था.
हाइलाइट्स
- फोर्ड की भारत वापसी पर संशय बरकरार.
- चेन्नई प्लांट से दुनियाभर में कारें भेजने की योजना.
- यूएस में राजनीतिक दबाव और 30 करोड़ डॉलर खर्च से देरी संभव.
नई दिल्ली. पिछले साल ये चर्चा जोरों पर थी कि अमेरिकी कार निर्माता फोर्ड एक बार फिर से भारत में वापसी करने जा रही है. कंपनी के पास तमिलनाडु में मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी पहले से है इसलिए ये बातें काफी हद तक सच भी लग रही थीं. कंपनी ने पिछले सितंबर में भारत वापसी का ऐलान किया था लेकिन उसके बाद से अब तक इस मामले में कोई नहीं बात सुनने को नहीं आई है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या फोर्ड ने अपना मन बदल लिया है या फिर वापसी से पहले कुछ बड़ा प्लान कर रही है.
फोर्ड के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में यह बताया है कि कंपनी चेन्नई में अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी का इस्तेमाल करने और वहां से दुनियाभर में अपनी कारें पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है. लेकिन यह काम कब से शुरू होगा इस पर कहीं से कोई खबर नहीं आ रही है.
क्या है रुकावट
सूत्रों की मानें तो यूएस में घर पर ही विनिर्माण का राजनीतिक दबाव बढ़ रहा है. वहां की नई सरकार चाहती है कि प्रोडक्शन को वापस अमेरिका में लाया जाए. दूसरा बड़ा कारण यह है कि चेन्नई में जो फोर्ड का प्लांट है उसे दोबारा कार प्रोडक्शन के लायक, विशेषकर ईवी मैन्युफैक्चरिंग के लायक बनाने के लिए उसमें 30 करोड़ डॉलर तक का खर्च आ सकता है. ऐसे में फोर्ड शायद सोच में पड़ गई है कि क्या उसके लिए इस समय पर इतना बड़ा रिस्क लेना फायदेमंद होगा?
जय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ें
जय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ें