प्रशासन अकादमी में चुनावी नवाचार की ट्रेनिंग: मास्टर ट्रेनर बनने आए बीएलओ की दो बार होगी परीक्षा, फेल हुए तो होंगे अपात्र – Bhopal News

प्रशासन अकादमी में चुनावी नवाचार की ट्रेनिंग:  मास्टर ट्रेनर बनने आए बीएलओ की दो बार होगी परीक्षा, फेल हुए तो होंगे अपात्र – Bhopal News


प्रशासन अकादमी में मास्टर ट्रेनर की मीटिंग लेने आए बीएलओ के साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह व अन्य।

प्रशासन अकादमी में शनिवार को चुनाव प्रशिक्षण के लिए पहुंचे 230 विधानसभा के बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) और जिला एवं राज्य स्तर के अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर तभी बनाया जाएगा जब वे आयोग द्वारा ली जाने वाली चुनाव प्रबंधन परीक्षा में सफल होंगे। दिनभर चलने वाल

.

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुखवीर सिंह, अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कौल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आरपीएस जादौन और उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुरभि तिवारी व राजेश यादव की मौजूदगी में चुनाव प्रशिक्षण की शुरुआत हुई है। इस दौरान मास्टर ट्रेनर के रूप में जिन्हें ट्रेंड करने के लिए बुलाया है उनका प्रशिक्षण शुरू हो गया है और इसी विषय वस्तु पर आधारित टेस्ट लिए जाएंगे।

प्रशासन अकादमी में प्रशिक्षण लेते बूथ लेवल ऑफिसर।

प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होने पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बीएलओ और अन्य अफसरों से कहा कि ट्रेनिंग में बताई जाने वाली बातों को गंभीरता से सुनें और समझें ताकि जिलों में मास्टर ट्रेनर के रूप में आप अच्छे से जानकारी दे सकें और स्थानीय स्तर पर इससे संबंधित सवालों पर किसी तरह की हिचकिचाहट की स्थिति न बने।

यहां से जाकर जिलों में करेंगे ट्रेंड

बूथ लेवल आफिसर्स के लिए राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य स्तरीय, जिला स्तरीय और विधानसभा स्तरीय मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यक्रम हो रहा है। बीएलओ की क्षमता विकास के लिए दी जाने वाली इस त्रिस्तरीय ट्रेनिंग में मास्टर ट्रेनर्स दिनभर प्रशिक्षण लेने के बाद जिलों में जाकर बीएलओ को ट्रेंड करेंगे। इसको लेकर देश के अन्य राज्यों के साथ एमपी के बूथ लेवल अफसरों और सहायक रिटर्निंग अधिकारियों को दो दौर की अलग-अलग ट्रेनिंग दिल्ली में दी जा चुकी है।

ट्रेनिंग में आने वालों की ऐसी व्यवस्था

हर जिले से केवल एक राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर इस प्रशिक्षण में रहेगा। जिस जिले में राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर नहीं हैं तो निकटतम पड़ोसी जिले से एक अतिरिक्त मास्टर ट्रेनर को को-ऑर्डिनेशन के जरिए प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। आयोग ने निर्देश में यह भी कहा है कि हर जिले से केवल एक जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर रहेगा। वहीं विधानसभा क्रमांक-1 से 230 तक हर विधानसभा क्षेत्र से केवल एक विधानसभा स्तरीय मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण के लिए बुलाया है।



Source link