इंजीनियर पापा की बेटी ने बनाया नया ट्रैफिक सिस्टम! अब सड़क पर न जानवर मरेंगे, न हादसे होंगे, रोजगार बढ़ेगा

इंजीनियर पापा की बेटी ने बनाया नया ट्रैफिक सिस्टम! अब सड़क पर न जानवर मरेंगे, न हादसे होंगे, रोजगार बढ़ेगा


Satna News: विंध्य क्षेत्र में आवारा पशुओं की सड़क पर मौजूदगी एक बड़ी और पुरानी समस्या है. हाईवे से लेकर मोहल्लों की गलियों तक जगह-जगह गाय, बैल और अन्य मवेशियों के बैठने से ट्रैफिक बाधित होता है. वहीं, दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है. आए दिन ऐसी घटनाएं सामने आती हैं, जिनमें या तो राहगीर घायल होते हैं या फिर बेजुबान को जान गंवानी पड़ती है. हालांकि, प्रशासन इस समस्या से निपटने के लिए योजनाएं बनाता है, लेकिन स्थायी समाधान अब तक नहीं निकल पाया. वहीं, सतना की एक बेटी ने इस समस्या का सॉलिड समधान अपने मॉडल के जरिए बताया है. देखिए…

पिता से मिली प्रेरणा 
सतना के डी. पॉल स्कूल में पढ़ने वाली दसवीं की छात्रा आकांक्षा प्रजापति ने एनिमल इंसुलेटर मॉडल तैयार किया है. यह इनोवेटिव मॉडल न केवल आवारा पशुओं को सड़क पर बैठने से रोकेगा, बल्कि इससे होने वाली दुर्घटनाओं में भी भारी कमी आएगी. इस मॉडल को बनाने में आकांक्षा को पिता से प्रेरणा मिली, जो पेशे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं. वहीं, उनकी मां एक गृहिणी हैं. इस मॉडल की खास बात ये भी है कि इससे रोजगार बढ़ेगा.

सड़कों में बिछा दिए मेटल पार्टिकल्स! 
आकांक्षा ने बताया, इस तकनीक में मुख्य सड़कों पर जेब्रा क्रॉसिंग को छोड़कर बाकी हिस्सों में मेटल पार्टिकल्स बिछाए गए हैं. इन मेटल स्ट्रिप्स में 20 मिली एम्पियर से कम वोल्टेज की इलेक्ट्रिसिटी प्रवाहित है, कि पूरी तरह सुरक्षित है. जब कोई मवेशी इस पर बैठने की कोशिश करेगा तो उसे हल्की झुनझुनाहट महसूस होगी, जिससे वह खुद ब खुद वहां से उठ जाएगा. वहीं, इस सड़क पर चलते समय जानवरों को कोई झटका नहीं लगेगा, क्योंकि उनके खुरों में प्राकृतिक इंसुलेटर होता है.

बारिश में भी तकनीक सुरक्षित
इस मॉडल में वॉटर रिले सेंसर भी लगाया है. जब सड़क गीली होगी या बारिश का पानी आएगा तो यह सेंसर सक्रिय होकर सिस्टम को अपने आप बंद कर देगा. सूखने के बाद पुनः चालू हो जाएगा. यह तकनीक आमतौर पर ट्रांसफॉर्मर जैसी जगहों में इस्तेमाल होती है. यहां स्मार्ट तरीके से इसे सड़क सुरक्षा में जोड़ा गया है.

एक्सीडेंट पर नजर, रोजगार भी मिलेगा
इस तकनीक के साथ आकांक्षा ने यह भी प्रस्ताव दिया कि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए कंट्रोल रूम बनाए जाएं. जहां कर्मचारी 24×7 निगरानी रखेंगे. स्मार्ट सीसीटीवी कैमरों की मदद से पूरी सड़क पर नजर रखी जाएगी. दुर्घटना की स्थिति में सिस्टम को तुरंत बंद किया जा सकेगा. इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.

मॉडल पूरे विंध्य के लिए खास
इसके अलावा इस मॉडल में एनिमल सेंसर भी जोड़े गए हैं. जैसा कि अहमदाबाद के हाईवे में इस्तेमाल होता है. यह सेंसर सड़क पर मवेशियों की मौजूदगी को पहले ही पहचान लेंगे और सिस्टम एक्टिवेट हो जाएगा. यह मॉडल न सिर्फ सतना बल्कि पूरे विंध्य क्षेत्र के लिए एक मिसाल बन सकता है. सड़क सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम साबित हो सकता है.



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