शिवपुरी में मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय योजना के तहत सहरिया जनजाति को दी गई भैंसें कुछ प्रभावशाली लोगों ने जबरन छीन ली थीं। मामला सामने आने पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी (एट्रोसिटी) एक्ट में FIR दर्ज कराई है।
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भैंसें छीनकर निजी उपयोग में ले रहे थे दूध कलेक्टर रविंद्र चौधरी के निर्देश पर एसडीएम पोहरी मोतीलाल अहिरवार ने यह कार्रवाई की। आरोपियों में सुरजीत जाट, गजेन्द्र सिंह यादव, महेन्द्र यादव, रहमान और भरत उर्फ लल्लो परिहार शामिल हैं। इन लोगों पर आरोप है कि उन्होंने सहरिया परिवारों से भैंसें छीन ली थीं और उनका दूध खुद उपयोग कर रहे थे।
संयुक्त टीम ने की कार्रवाई, सभी भैंसें वापस दिलवाईं प्रशासन ने मामले में संयुक्त टीम गठित की, जिसमें तहसीलदार पोहरी निशा भारद्वाज, तहसीलदार बैराड़ दृगपाल सिंह बैस, पशु चिकित्सा अधिकारी और राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल रहे। टीम ने मौके पर पहुंचकर भैंसों को कब्जे से छुड़ाया और हितग्राहियों को लौटाया।
एसडीएम मोतीलाल अहिरवार ने कहा कि सरकारी योजनाओं से वंचित करने या अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगों का शोषण करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कुछ प्रभावशाली लोगों ने जबरन भैंसें छीन ली थी।