शाजापुर में मोहर्रम की पांचवीं तारीख को मातमी धून के साथ लक्कड़शाह की बुर्राक का यात्रा निकाली गई। श्रद्धालुओं ने शोहदा-ए-करबला के प्रति अपनी मोहब्बत और अकीदत जाहिर की।
.
यात्रा दोपहर 4 बजे पायगा से शुरू हुई। यह मुगलपुरा, कसाईवाड़ा, किला रोड, छोटा चौक और बड़ा चौक होते हुए मीरकला बाजार स्थित शाही जामा मस्जिद तक पहुंची। यहां तकिया में बुर्राक को स्थापित किया गया।
देखिए फोटो…

मोहर्रम पर्व के दिनों में मुस्लिम समाज में हुसैनी जज्बा बढ़ता जा रहा है। श्रद्धालु अपने रब की इबादत के साथ शोहदा-ए-करबला की याद में दूध और शरबत का वितरण कर रहे हैं। साथ ही दुरूद और फातेहा का पाठ भी किया जा रहा है। नौबत-ताशों की धुन के बीच बुर्राक को लक्कड़शाह के तकिया में स्थापित किया गया।