अधूरी बेबसी बना ड्रीम होम…भोपाल के UB CITY ने 80 परिवारों को दिया तगड़ा झटका, जानें पूरी कहानी

अधूरी बेबसी बना ड्रीम होम…भोपाल के UB CITY ने 80 परिवारों को दिया तगड़ा झटका, जानें पूरी कहानी


Last Updated:

Bhopal UB CITY Project: भोपाल के UB CITY में 80 से ज्यादा परिवार अपने ‘ड्रीम होम’ के नाम पर ठगे गए. अधूरी इमारतें, मलबा, जानलेवा लिफ्ट और बिल्डर की लापरवाही ने उनके सपनों को तोड़कर रख दिया है.

UB CITY में 80 परिवारों ने खोई अपनी कमाई

हाइलाइट्स

  • भोपाल के UB CITY में 80 परिवार ठगे गए.
  • अधूरी इमारतें और जानलेवा लिफ्ट से परिवार परेशान.
  • RERA में शिकायत दर्ज कराने की सोच रहे निवासी.
शिवकांत आचार्य, भोपाल: भोपाल के UB CITY में बसे लगभग 80 परिवारों का “ड्रीम होम” अब उनके सबसे बुरे सपने में बदल गया है. 2016 में मकान बुक करते समय हर किसी ने सोचा था कि यह उनके मेहनत की कमाई से बनेगा एक सुरक्षित और आरामदायक ठिकाना. लेकिन वास्तविकता जहरीली साबित हुई. यहां के निवासी अब अपने चारों ओर बिखरे मलबे, उखड़े प्लास्टर, गौचर जैसी खेल की जगह और खुले लिफ्ट शाफ्ट देखकर असहज महसूस कर रहे हैं.

रिहायशी शोरूम में टूटी उम्मीदें
सुनील तिवारी, जो इस प्रोजेक्ट के एक भरोसेमंद निवासी हैं कहते हैं कि हमने बुकिंग के समय मॉडल ब्रॉशर में जो दिखाया था उसका आधा हिस्सा भी पूरा नहीं हुआ. और अब हमें अपनी महंगी पूंजी पर निजी मेंटेनेंस करने को मजबूर होना पड़ रहा है.” वे बताते हैं कि न तो ग्राम पंचायत ने, न कलेक्टर कार्यालय ने उनकी कोई सुनवाई की. “हमने RERA में शिकायत दर्ज कराने के बारे में भी सोचा है, अगर ज़रूरत पड़ी तो थाने तक जाएंगे.”

दूसरी ओर, बिल्डर के प्रवक्ता राहुल गुप्ता का दावा है कि निर्माण कार्य पूरी तरह से पूरा हो चुका था, और कुछ परिवार दस साल से यहां रह भी रहे हैं. उन्होंने बताया कि निवासियों ने खुद उनसे अतिरिक्त पैसे की माँग की, “हम प्रोत्साहित थे कि आप पैसों की…लेकिन उसके बाद वे बात करने ही को तैयार नहीं हुए. किसी भी समस्या का समाधान संवाद से ही संभव है.”

राहुल गुप्ता की बातों में यह झलकता है कि वे आरोपों को बेमतलब बताते हुए कहते हैं कि हमने कोई फर्जी दस्तावेज या कोई नकली समिति नहीं बनाई. शिकायत करने का हर किसी को अधिकार है.”

टूटते विश्वास और गुम होती सुरक्षा
हालात यह हैं कि यह “ड्रीम होम” अब एक अधूरी और बेबसी की स्थिति बन गया है, जहां हर दीवार अनसुलझी कहानी सुना रही है. किसी को उम्मीद थी कि यह जगह बच्चों की हंसी से गूंजेगी, लेकिन अब वो हंसी कहीं खो सी गई है. डर के बल पर रहने को मजबूर ये परिवार अपने अपनों की भविष्य की चिंता में डूब गए हैं.

रहवासी कहते हैं कि जब तक बिल्डर और प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं करते, तब तक वे रुकने वाले नहीं हैं. RERA शिकायत से लेकर पुलिस थाने तक, वे हर कानूनी भटकाव के विकल्प आजमाने को तैयार हैं. उनका कहना है कि जब हमने सपने देखे थे, तो पूरी ताउम्र मेहनत की थी उन्हें पूरा करने में. अब वे सिर्फ एक सुनवाई चाहते हैं, एक वादा जो पूरा हो.

homemadhya-pradesh

अधूरी बेबसी बना ड्रीम होम…भोपाल के UB CITY ने 80 परिवारों को दिया तगड़ा झटका



Source link