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मंदसौर में 2018 के दुष्कर्म मामले में आरोपियों की फांसी रद्द होने पर शहर में 4 जुलाई को बंद का ऐलान किया गया है. कोर्ट के फैसले से नाराज नागरिक और संगठन शांतिपूर्ण विरोध करेंगे.
4 जुलाई को मंदसौर रहेगा बंद
हाइलाइट्स
- मंदसौर में 4 जुलाई को बंद का ऐलान किया गया है.
- कोर्ट के फैसले से नाराज नागरिक शांतिपूर्ण विरोध करेंगे.
- आरोपियों की फांसी रद्द, अब आजीवन कारावास की सजा.
जानकारी के अनुसार, मंदसौर सत्र न्यायालय ने हाल ही में इस मामले में पुनः सुनवाई (री-ट्रायल) के बाद आरोपियों की फांसी की सजा को खारिज कर दिया है. अब उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. कोर्ट के इस फैसले से शहरवासियों में भारी नाराजगी है.
स्थानीय नागरिकों, सामाजिक संगठनों और व्यापारिक संघों ने मिलकर शुक्रवार को पूरे शहर को बंद रखने का निर्णय लिया है. दोपहर 3 बजे शहरवासी एकजुट होकर मंदसौर एसपी को ज्ञापन सौंपेंगे, जिसमें कोर्ट के फैसले पर आपत्ति दर्ज कर विरोध जताया जाएगा.
बंद को लेकर व्यापारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों से भी समर्थन मिल रहा है. आयोजकों ने अपील की है कि बंद पूरी तरह शांतिपूर्ण और अनुशासित रहेगा, लेकिन इससे जुड़े भावनात्मक मुद्दे को लेकर सरकार और न्यायालय का ध्यान खींचना बेहद जरूरी है.
गौरतलब है कि 2018 में मंदसौर में सात वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुई दरिंदगी ने पूरे देश को झकझोर दिया था. आरोपियों को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने पहले फांसी की सजा सुनाई थी. लेकिन अब कोर्ट के हालिया आदेश ने उस न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं.