अवैध वसूली और प्रताड़ना पर सख़्ती की मांग।
ट्रक चालकों को चेक पोस्टों पर हो रही अवैध वसूली, प्रताड़ना और अपमानजनक व्यवहार के खिलाफ भाईचारा राजमार्ग परिवहन सेवा, शिवाजी वाहन चालक एंड संचालक एसोसिएशन, नागपुर और गोपाल परिवार फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन सारथी’ अभियान की शुरुआत की है। इस अभ
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देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी
संगठन के अध्यक्ष नरेंद्र मिश्रा, प्रहलाद अग्रवाल और दिनेश अग्रवाल ने कहा कि हमारे देश की आर्थिक धुरी ट्रक ड्राइवर हैं। अगर वे भय, तनाव और शोषण से मुक्त रहेंगे तो देश का विकास और तेज होगा। उन्होंने बताया कि चेक पोस्टों पर ट्रक ड्राइवरों से अवैध वसूली, अपमानजनक व्यवहार और अनावश्यक चालान की शिकायतों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री मोहन यादव, परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह और परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा को एक शिकायती पत्र भेजा गया है।
चेक पोस्टों पर भ्रष्टाचार चरम पर
नरेंद्र मिश्रा ने आरोप लगाया कि देशभर के हाईवे और चेक पोस्टों पर ट्रक चालकों से अवैध तरीके से पैसे वसूले जा रहे हैं। परिवहन अधिकारी चालकों को दस्तावेजों के नाम पर अनावश्यक रूप से रोकते हैं और बदसलूकी करते हैं। इससे ड्राइवरों में भय, तनाव और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है, जो आत्मनिर्भर भारत और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मूल उद्देश्यों के खिलाफ है।
समय रहते समाधान नहीं मिलने पर होगा जन आंदोलन
प्रहलाद अग्रवाल ने बताया कि जो ट्रक ड्राइवर दिन-रात देश की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सड़कों पर रहते हैं, आज वही सबसे अधिक शोषण और अपमान का शिकार हो रहे हैं। यदि सरकार समय रहते हस्तक्षेप नहीं करती है तो ‘ऑपरेशन सारथी’ को देशव्यापी जन आंदोलन का रूप दिया जाएगा।
सरकार से सामने रखी प्रमुख मांगें
- सभी चेक पोस्टों पर पारदर्शिता लागू हो: सीसीटीवी कैमरे और डिजिटल रिकॉर्डिंग की अनिवार्यता की जाए।
- परिवहन अधिकारियों की जवाबदेही तय हो: निरीक्षण अधिकारियों पर निगरानी रखी जाए और मनमानी रोकने के लिए सिस्टम विकसित हो।
- ड्रायवरों के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार को रोका जाए: सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित किया जाए।
- अवैध वसूली और जबरन चालान पर रोक लगे: दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो।
- ड्रायवरों के लिए हेल्पलाइन और शिकायत पोर्टल शुरू किया जाए: ताकि वे अपनी बात बेहिचक रख सकें और त्वरित समाधान मिले।
अन्य प्रमुख मुद्दे जिन पर जताया गया विरोध
भाषा और व्यवहार में अपमान
कई राज्यों में स्थानीय पुलिस और अधिकारियों द्वारा बाहरी राज्यों से आए ड्रायवरों के साथ भाषा के आधार पर भेदभाव किया जाता है। उन्हें धमकाया जाता है और अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया जाता है।
दस्तावेजों की मनमानी जांच
ड्रायवरों के पास बीमा, फिटनेस, परमिट और माल लोडिंग स्लिप जैसे पूरे वैध दस्तावेज होते हुए भी, छोटी-छोटी बातों को मुद्दा बनाकर परेशान किया जाता है।
इस अभियान के दौरान सुनील सिंह, सचिन पांडे, कल्पना लोखंडे, वनमाला रामटेक, अंकित श्राप और सारथी मनीष खडसे भी उपस्थित रहें। सभी ने एक सुर में कहा कि जब तक ट्रक ड्रायवरों को सम्मान और सुरक्षा नहीं मिलेगी, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।