Guru Purnima: जिसका गुरु नहीं…वो गुरु पूर्णिमा पर किसको पूजे? उज्जैन के आचार्य से जानें समाधान, मिलेगा पुण्य

Guru Purnima: जिसका गुरु नहीं…वो गुरु पूर्णिमा पर किसको पूजे? उज्जैन के आचार्य से जानें समाधान, मिलेगा पुण्य


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इस साल गुरु पूर्णिमा के दिन कई शुभ योग्य बन रहे है. कुछ लोग होते है. जिनके गुरु नही होते है. यदि आपका कोई गुरु न हो तो व्यक्ति को किसकी पूजा गुरु पूर्णिमा के दिन करना चाहिए. आइए जानते है 

हाइलाइट्स

  • गुरु पूर्णिमा पर गुरु न होने पर इष्टदेव की पूजा करें
  • गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई को मनाई जाएगी
  • महर्षि वेदव्यास की जयंती पर गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है
Guru Purnima 2025: हिंदू धर्म में गुरु पूर्णिमा पर्व का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुरु पूर्णिमा पर गुरुजनों का आशीर्वाद प्राप्त करने से जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है. साथ ही इस दिन को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि इसी दिन महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ था, जिन्होंने महाकाव्य महाभारत की रचना की थी. इस साल गुरु पूर्णिमा पर शुभ योग बन रहे हैं. इस दिन लोग अपने गुरु के प्रति अपनी आस्था और विश्वास प्रकट करते हुए उनकी पूजा करते हैं, लेकिन यदि किसी का कोई गुरु न हो तो वो क्या करे? उज्जैन के आचार्य आनंद भारद्वाज से जानिए…

कब मनाई जाएगी गुरु पूर्णिमा?

वैदिक पंचांग के अनुसार ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि आषाढ़ पूर्णिमा की शुरुआत 10 जुलाई रात 02 बजकर 43 मिनट पर हो रही है. समाप्ति अगले दिन यानी 11 जुलाई रात 01 बजकर 53 मिनट पर हो रही है. उदया तिथि के अनुसार 10 जुलाई को ही गुरु पूर्णिमा मनाई जाएगी.

गुरु पूर्णिमा का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, गुरु पूर्णिमा को महाभारत की रचना करने वाले महर्षि वेदव्यास की जयंती के रूप में मनाया जाता है, इसलिए इस दिन को व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं. ऐसी मान्यता है कि इस दिन वेद व्यास ने चारों वेदों की रचना की थी. इस दिन गुरु अपने शिष्यों को दीक्षा भी देते हैं. इस दिन सभी लोग अपने गुरुओं की पूजा करते हैं.

सदियों से चली आ रही परंपरा
भारत देश में गुरु शिष्य की परंपरा सदियों पुरानी है. समय के साथ कई चीजों में बदलाव आए हैं, लेकिन किसी भी विद्या को ग्रहण करने के लिए आपको गुरु की जरूरत तो होती ही है. गुरु ही आपको अंधकार से उजाले की तरफ ले जाते हैं, इसलिए हर एक व्यक्ति के जीवन में गुरु का विशेष महत्व बताया गया है.

गुरु न होने पर किसकी करें पूजा? 
सनातन परंपरा में जीवन से जुड़ी सभी समस्या का समाधान बताया गया है. यदि आपका कोई गुरु न हो तो आदमी को अपने इष्टदेव को गुरु मान उनकी पूजा गुरु पूर्णिमा के दिन करनी चाहिए. हिंदू मान्यता के अनुसार, गुरु के न होने पर आप गुरु पूर्णिमा के दिन प्रथम पूजनीय भगवान श्री गणेश, प्रत्यक्ष देवता भगवान सूर्य, लोक कल्याण के देवता माने जाने वाले भगवान शिव, जगत के नाथ भगवान श्री विष्णु, पूर्णावतार भगवान श्री कृष्ण, शक्ति या फिर कलयुग के देवता भगवान श्री हनुमान जी को गुरु मानकर उनकी पूजा कर सकते हैं.

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जिसका गुरु नहीं…वो गुरु पूर्णिमा पर किसको पूजे? आचार्य से जानें समाधान

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



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