खंडवा विधायक ने बंगले लगाया वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम: बोलीं- जिला देश में नंबर-1 तो मैं पीछे क्यो रहूं, लोग देखकर प्रेरित होंगे – Khandwa News

खंडवा विधायक ने बंगले लगाया वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम:  बोलीं- जिला देश में नंबर-1 तो मैं पीछे क्यो रहूं, लोग देखकर प्रेरित होंगे – Khandwa News


विधायक कंचन तनवे ने लगाया रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम।

जल संचयन को लेकर खंडवा जिले ने देशभर में उपलब्धि हासिल की हैं। बतौर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम कराया तो वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रशंसा पत्र दिया हैं।अभियान के तहत जिले के सरकारी भवनों पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाए ग

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इसी के तहत खंडवा विधायक कंचन तनवे ने भी अपने सरकारी बंगले पर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया है। विधायक तनवे का कहना है कि इससे न केवल जल संरक्षण होगा, बल्कि उनके निवास पर आने वाले लोग भी इस पहल से प्रेरित होंगे।

विधायक कंचन तनवे ने भी अपने सरकारी बंगले पर जल संचयन प्रणाली लगवाई है।

बंगले में जल संचयन की अनूठी पहल

खंडवा जिला प्रशासन द्वारा विधायक कंचन तनवे को एनवीडीए कॉलोनी में एलआईजी बंगला आवंटित किया है। इस बंगले में उन्होंने जल संचयन की अनूठी पहल की है। लगभग 3 हजार वर्ग फुट के इस आवास पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया है।

विधायक ने बताया कि इस व्यवस्था के तहत बारिश का पानी छत से सीधे सोख्ता गड्ढे में जाकर भूमिगत होगा, जिससे भूजल स्तर में वृद्धि होगी। बंगले से संलग्न क्षेत्र में चार फीट गहरा गड्ढा खोदा गया है, जिसे पीवीसी पाइप के माध्यम से छत और बरामदे से जोड़ा गया है। यह प्रणाली वर्षा जल को सीधे भूमिगत करने में सहायक होगी।

विधायक बोलीं- जिला देश में नंबर-1 तो मैं पीछे क्यो रहूं

विधायक कंचन तनवे ने कहा कि जल संचयन मिशन का नेतृत्व हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया हैं। इस अभियान के तहत हमारे जिले में इतने काम हुए कि जिला देश में नंबर वन पोजीशन पर रहा हैं। ऐसे में भला मैं जिम्मेदार जनप्रतिनिधि होकर पीछे क्यूं रहूं।

सरकारी निवास पर रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया हैं। वहीं कार्यालय की तरफ सोख्ता गड्‌ढा खोदा हैं। निवास और कार्यालय पर बड़ी संख्या में ग्रामीण लोग भी आते है। उम्मीद है कि वे लोग भी इस नवाचार को देखेंगे और अपने घरों सहित खेतों में पेयजल स्रोतों के पास बारिश के पानी को सहेंजे।

सोख्ते गड्ढे से ऐसे होता है जल संचयन

बता दें कि, सोख्ता गड्ढा वर्षा जल संचयन का एक प्रभावी माध्यम है, जो छत पर गिरने वाले बारिश के पानी को पीवीसी पाइप के जरिए सीधे जमीन में पहुंचाता है। गड्ढे में बजरी, मोटी रेत और कंकड़ की परतें होती हैं, जो पानी को छानने का काम करती हैं।

छना हुआ पानी धीरे-धीरे भूमिगत जलस्तर तक पहुंचता है, जिससे भूजल स्तर में वृद्धि होती है। यह एक कम खर्चीला और रखरखाव में आसान तरीका है, जो न केवल बारिश के पानी को बर्बाद होने से बचाता है, बल्कि भविष्य की जल आवश्यकताओं को पूरा करने में भी सहायक है।



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