माता-पिता ध्यान दें! अगर आपका बच्चा ज़ोर-ज़ोर से रो रहा है, तो अपनाएं ये scientifically proven घरेलू उपाय

माता-पिता ध्यान दें! अगर आपका बच्चा ज़ोर-ज़ोर से रो रहा है, तो अपनाएं ये scientifically proven घरेलू उपाय


खंडवा. माता-पिता के लिए सबसे मुश्किल पल तब होता है जब उनका नवजात या छोटा बच्चा लगातार रो रहा हो और लाख कोशिशों के बाद भी शांत न हो रहा हो. कई बार बच्चा इतना ज़ोर-ज़ोर से रोता है कि पैरेंट्स घबरा जाते हैं और समझ नहीं पाते कि समस्या क्या है. ऐसे में जरूरी है कि हम समझें कि छोटे बच्चों का रोना सामान्य है, लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा हो तो इसके पीछे कारण जरूर होते हैं — जिनमें सबसे आम कारण होता है पेट में गैस यानी इंफेंटाइल कोलिक.

कोलिक क्या होता है?
कोलिक एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें नवजात या छोटा बच्चा दिन में तीन घंटे से ज्यादा, सप्ताह में तीन दिन या उससे ज्यादा समय तक बिना किसी स्पष्ट कारण के रोता रहता है. यह समस्या अक्सर बच्चे के जन्म के कुछ हफ्तों बाद शुरू होती है और लगभग तीन से चार महीने तक रह सकती है. इसका मुख्य कारण पेट में गैस बनना, अपच या आंतों की हलचल होती है.

कैसे पहचानें कि रोना कोलिक की वजह से है?
बच्चा रोते समय पैर पेट की ओर मोड़ लेता है.
रोते समय पेट सख्त महसूस होता है.
बच्चा दूध पीने के बाद या रात के समय अधिक रोता है.
रोने के बाद अगर डकार, गैस या मल के साथ आराम मिले तो कोलिक हो सकता है.

बच्चे को चुप कराने के घरेलू और सरल उपाय:-

1. पेट पर हल्के हाथ से मसाज करें
अगर बच्चा गैस के कारण रो रहा है तो उसके पेट पर हल्के हाथों से गुनगुने तेल से मालिश करें. इससे गैस बाहर निकलने में मदद मिलती है और बच्चा धीरे-धीरे शांत हो जाता है. मालिश करते समय पेट पर सर्कुलर मोशन में हाथ घुमाएं.

2. कंधे से लगाकर पीठ थपथपाएं
बच्चे को कंधे से लगाकर धीरे-धीरे उसकी पीठ थपथपाएं. इससे उसे डकार लेने में मदद मिलेगी और अगर पेट में गैस है तो वह भी बाहर निकल सकती है. यह तरीका नवजात शिशुओं के लिए सबसे असरदार है.

3. थोड़ी देर गोदी या बेड पर उल्टा लिटाएं
बच्चे को अपनी गोदी या किसी समतल जगह पर पेट के बल थोड़ी देर के लिए लिटा दें. इससे गैस आसानी से बाहर निकलती है. ध्यान रखें कि आप बच्चे के पास रहें और उसका सिर एक ओर रखा हो ताकि सांस लेने में कोई तकलीफ न हो.

4. पैरों की हल्की मालिश और एक्सरसाइज
बच्चे की टांगों को पकड़कर धीरे-धीरे साइकिल चलाने जैसी हरकत कराएं. इससे पेट की आंतों में हिलचल होती है और गैस आसानी से बाहर निकलती है. साथ ही, पैर और जांघों की हल्की मसाज से भी राहत मिलती है.

5. पेसिफायर का इस्तेमाल करें
अगर बच्चा लगातार रो रहा है और अन्य उपायों से नहीं चुप हो रहा है, तो आप उसे पेसिफायर (चुसनी) दे सकते हैं. इससे बच्चे को मानसिक सुकून मिलता है और चूसने की प्रक्रिया से वह शांत होने लगता है. हालांकि, इसका नियमित इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से करें.

6. गुनगुने पानी से स्नान
गर्मियों में या ज्यादा रोने पर बच्चे को गुनगुने पानी से नहलाना भी एक अच्छा विकल्प है. इससे शरीर की मांसपेशियों को राहत मिलती है और बच्चा रिलैक्स होता है.

ध्यान रखें:
हमेशा साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
यदि बच्चा लगातार 2–3 दिन से रो रहा है, दूध नहीं पी रहा या बुखार है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
नवजात के लिए कोई भी घरेलू नुस्खा देने से पहले डॉक्टर से सलाह लें.
छोटे बच्चों का रोना आम बात है, लेकिन अगर यह जरूरत से ज्यादा हो तो माता-पिता को समझदारी से काम लेना चाहिए. ऊपर बताए गए सरल उपायों से अधिकतर बच्चों को राहत मिलती है. सबसे जरूरी बात – धैर्य रखें, घबराएं नहीं. समय के साथ बच्चे की आदतें और शरीर दोनों बेहतर होते हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.



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