टेनिस बॉल जितना बड़ा रसगुल्ला, 80 साल से क्यों बढ़ता चला गया साइज?

टेनिस बॉल जितना बड़ा रसगुल्ला, 80 साल से क्यों बढ़ता चला गया साइज?


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Jabalpur Famous Food: एक ग्राहक ने कहा कि खाना खाने के बाद जब भी उनका कुछ मीठा खाने का मन करता है, तो वह यहां आ जाते हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जबलपुर छोड़िए पूरे मध्य प्रदेश में कहीं इतना बड़ा और टेस्ट…और पढ़ें

जबलपुर. रसगुल्ले का नाम सुनकर आखिर किसकी जीभ में पानी नहीं आता. आज कहानी उस दुकान की, जिसकी जेनरेशन के साथ-साथ रसगुल्ले का स्वाद सहित साइज भी बढ़ता चला गया. जो रसगुल्ला आज से 80 साल पहले मुंह में आसानी से चला जाता था, अब उसी दुकान का रसगुल्ला एक बार में मुंह में नहीं समाता क्योंकि इसका साइज ही इतना बढ़ा है, जैसे कोई टेनिस बॉल. दरअसल हम बात कर रहे हैं, मध्य प्रदेश के जबलपुर में कोतवाली के आगे तरमहाई चौक में मौजूद राजा रसगुल्ले की दुकान की.

जब लोकल 18 की टीम राजा रसगुल्ले की दुकान पहुंची, तब काफी लोग रसगुल्ले का लुत्फ उठा रहे थे. सभी की प्लेट में बढ़ा सा रसगुल्ला था, जिसे देखकर हर कोई चौंक जाता. चौंकने वाले लोगों की इस फेहरिस्त में ग्राहक सहित दुकान के कर्मचारी भी शामिल थे, जो तीन महीने पहले ही आए थे. वे बोल पड़े, भैया मेरे को यह रसगुल्ला टेनिस बॉल की तरह दिखाई देता है. दुकान संचालक प्रदीप गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि राजा रसगुल्ले की दुकान करीब 80 साल पुरानी है. दुकान की कमान तीसरी पीढ़ी के पास है. जैसे-जैसे समय बढ़ता चला गया, वैसे-वैसे रसगुल्ले का भी साइज बढ़ाना पड़ा. उन्होंने बताया कि मार्केट में इतना कंपटीशन है कि बाजार में कुछ यूनिक करना होता है. यहीं कारण है कि टेस्ट 80 साल पुराना ही है लेकिन रसगुल्ले का साइज बढ़ता चला गया. दिनभर में रसगुल्ले बनते जाते हैं और बिकते जाते हैं. रसगुल्ले की कोई गिनती नहीं है.

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खुल गया बड़ा रसगुल्ला बनाने का राज
जब लोकल 18 की टीम ने बड़े रसगुल्ले के पीछे की वजह को जानना चाहा, तब पता चला कि राजा रसगुल्ला के बगल में पहले एक बड़ा रसगुल्ला के नाम से दुकान थी लेकिन बड़े रसगुल्ले में स्वाद नहीं था. जिसके बाद से ही राजा रसगुल्ला ने अपने रसगुल्ले का साइज बढ़ाना शुरू कर दिया, जो अब जबलपुर शहर की शान बन गया है. प्रदीप गुप्ता ने बताया कि हमारे यहां साफ-सफाई पर सबसे ज्यादा फोकस होता है. रसगुल्ले को शुद्ध खोया से बनाया जाता है. नाम मात्र के लिए मैदा मिलाया जाता है, जिसकी वजह से रसगुल्ले का टेस्ट काफी अच्छा हो जाता है. यहीं कारण है की बड़ी संख्या में रसगुल्ले के दीवाने हमारे पास खिंचे चले आते हैं. एक रसगुल्ले का वजह करीब 125 ग्राम होता है, जिसका दाम 30 रुपये है.

पूरे MP में नहीं मिलेगा इतना बड़ा और टेस्टी रसगुल्ला
दुकानदार के बाद लोकल 18 ने ग्राहकों से बातचीत की. एक बुजुर्ग रसगुल्ले का लुत्फ उठा रहे थे. उन्होंने बताया कि करीब 25 साल से वह इस दुकान पर आ रहे हैं. खाना खाने के बाद जब भी मीठा खाने का मन करता है, तब वह दुकान पहुंच जाया करते हैं. उन्होंने दावा किया कि जबलपुर छोड़िए मध्य प्रदेश में कहीं इतना बड़ा और टेस्टी रसगुल्ला नहीं मिलेगा.

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