एक और दिग्गज की मौत…भारत-इंग्लैंड सीरीज के बीच आई बुरी खबर, ऑपरेशन करवाने गए थे पाकिस्तान

एक और दिग्गज की मौत…भारत-इंग्लैंड सीरीज के बीच आई बुरी खबर, ऑपरेशन करवाने गए थे पाकिस्तान


भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बीच एक और बुरी खबर आई है. इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के इंटरनेशनल अंपायरों के पैनल के सदस्य बिस्मिल्लाह जान शिनवारी का निधन हो गया है. सोमवार (7 जुलाई) की रात 41 वर्ष की आयु में उन्होंने आखिरी सांस ली. शिनवारी का अंतिम संस्कार मंगलवार को नंगरहार प्रांत के अचिन जिले में किया गया. अफगानिस्तान के टोलो न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, उनके परिवार में पांच बेटे और सात बेटियां हैं.

शिनवारी का करियर

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अनुसार, शिनवारी ने 34 वनडे, 26 T20I, 31 फर्स्ट क्लास 51 लिस्ट ए और 96 घरेलू T20 मैचों में अंपायरिंग की थी. इंटरनेशनल क्रिकेट में अंपायर के रूप में उनका डेब्यू दिसंबर 2017 में हुआ था. उन्होंने शारजाह में अफगानिस्तान और आयरलैंड के बीच एक वनडे मैच में अंपायरिंग की थी.

सर्जरी के लिए गए थे पाकिस्तान

बिस्मिल्लाह जान शिनवारी के भाई सैयदा जान ने समाचार आउटलेट को बताया, ”वह बीमार पड़ गए और पेट की चर्बी हटाने के लिए पेशावर गए. उन्हें कुछ दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. वह उनकी सर्जरी की गई, लेकिन दुर्भाग्य से ऑपरेशन के बाद शाम 5 बजे उनका निधन हो गया. हम रात भर उनके पार्थिव शरीर को तोरखम के रास्ते वापस लाए और उन्हें अचिन में हमारे पैतृक कब्रिस्तान में दफनाया.”

 

 

जय शाह ने जताया शोक

आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह ने बिस्मिल्लाह के निधन पर शोक व्यक्त किया. आईसीसी द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा, ”खेल में उनका योगदान बहुत बड़ा था और क्रिकेट समुदाय उन्हें बहुत याद करेगा. हमें इस क्षति से गहरा दुख हुआ है और हम उनके परिवार और प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं.”

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने क्या कहा?

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी अंपायर को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, ”अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड उनके परिवार, दोस्तों और पूरे अफगान क्रिकेट बिरादरी के प्रति हार्दिक संवेदना और गहरी सहानुभूति व्यक्त करता है. हम प्रार्थना करते हैं कि अल्लाह उन्हें जन्नत में सर्वोच्च स्थान प्रदान करे और इस कठिन समय में उनके प्रियजनों को धैर्य और शक्ति दे. बिस्मिल्लाह जान शिनवारी हमेशा हमारे दिलों और विचारों में रहेंगे.”





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