राजगढ़ जिले में गौशालाओं की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। कलेक्टर डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा ने जिला गौपालन एवं पशुधन संवर्धन समिति की बैठक में महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए।
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उन्होंने कहा कि गौशालाओं में अब सिर्फ टैग लगे पशुओं का ही सत्यापन किया जाएगा। साथ ही गौशालाओं को अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करना होगा। पशु चिकित्सा अधिकारियों को नियमित निरीक्षण के आदेश दिए गए हैं।
हाईवे पर घूमते गोवंश हटाने के लिए मजदूर तैनात होंगे राष्ट्रीय राजमार्गों पर घूमते निराश्रित गोवंश की समस्या के समाधान के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। ग्राम पंचायतों को मनरेगा के तहत मजदूर नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं। इन मजदूरों को वर्दी, लाठी, टॉर्च और व्हिसल दी जाएगी। वे गोवंश को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का काम करेंगे। पेट्रोलिंग वाहनों की मदद भी ली जाएगी।
मंडियों की खाली जगह में बनेगा अस्थायी आश्रय समिति के उपाध्यक्ष कपिल शर्मा ने बारिश के मौसम को देखते हुए मंडियों की खाली जगहों को गोवंश के अस्थायी आश्रय के रूप में इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। बीमार या घायल गोवंश के लिए तत्काल रेस्क्यू की व्यवस्था भी की जाएगी।
ये अफसर बैठक में शामिल रहे बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के.एस. बंजारे और उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. महिपाल सिंह कुशवाह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। सभी ने जिले की गौशालाओं की वर्तमान स्थिति और आवश्यकताओं पर विचार-विमर्श किया।