Sagar Weather: सागर में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालत, 200 स्कूली बच्चों को बचाया, जानें अगले 24 का हाल

Sagar Weather: सागर में मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालत, 200 स्कूली बच्चों को बचाया, जानें अगले 24 का हाल


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Sagar Weather Update Today: सागर में मंगलवार को मूसलाधार बारिश होने से कुछ क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए, कहीं नदियां उफान पर हैं तो कहीं अचानक बाढ़ आने से लोग फंस गए हैं. देखें हालात..

सागर में शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग तरह की बारिश देखने को मिल रही है. शहर में जहां 1 इंच तो ग्रामीण क्षेत्रों में 3 से 6 इंच तक बारिश रिकॉर्ड की गई है.

गरज चमक मौसम

सागर में 1 जून से अब तक 325 mm बारिश रिकॉर्ड की गई है. जिले की औसत बारिश 1268 मिलीलीटर है, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए हेवी रेन और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.

सागर

सागर जिले के गढ़ाकोटा में अचानक एक नाला उफान पर आ गया जिसकी वजह से मडिया अग्रसेन गांव की सरकारी स्कूल टापू बन गया और यहां पर 43 बच्चे 6 शिक्षक फंस गए जो करीब 5 घंटे तक स्कूल में रहे. इसके बाद एसडीआरएफ टीम के द्वारा रेस्क्यू किया गया.

पुल के ऊपर पानी

सागर के अलावा दमोह और छतरपुर में भी भारी बारिश हुई है, जिसमें छतरपुर में पांच लोगों का रेस्क्यू किया गया तो दमोह बटियागढ़ मार्ग नदी का पानी पुल से 6 – 7 फीट ऊपर तक बह रहा था इसलिए यह आवागमन बंद रहा.

बाढ़ जैसे हालात

इसी तरह बीना के भानगढ़ में भी सुबह बच्चे स्कूल पहुंचे थे. लेकिन, मूसलाधार बारिश होने की वजह से यहां तीन से चार फीट तक पानी भर गया. फिर बच्चों को सुरक्षित वापस निकालने के लिए ट्रैक्टर का सहारा लेना पड़ा. 140 बच्चों को ग्रामीणों ने मुश्किल से स्कूल से बाहर निकाला.

बाढ़

राहतगढ़ में पिछले तीन दिन से मलाघाट के पुल पर पानी आ जाने से खुरई राहतगढ़ मार्ग बंद हो गया. साथ ही नदी के किनारे स्थित गांव के घरों में पानी भरने से ग्रामीणों को नुकसान उठाना पड़ रहा है. बारिश उनके लिए मुसीबत बनी हुई है.

सागर

स्थानीय मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी 15 जुलाई तक रुक-रुक कर मध्यम तेज बारिश देखने को मिलती रहेगी. यह मौसम ऐसे ही बने रहने का अनुमान है.

अलर्ट

10 जुलाई तक के लिए झमाझम बारिश होने के साथ तेज हवाएं चलने और आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना बताई गई है.

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सागर: मूसलाधार बारिश से बाढ़ जैसे हालत, 200 बच्चों को बचाया, अभी राहत नहीं



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