नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज की पूर्व डीन और वर्तमान में प्रोफेसर डॉ. गीता गुईन के सोशल मीडिया पोस्ट से जबलपुर में विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि जबलपुर बीते 50 वर्षों से ठहर गया है और इसके लिए कमजोर जनप्रतिनिधि जिम्मेदार हैं।
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पूर्व डीन की इस टिप्पणी पर नाराज भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के कार्यकर्ताओं ने ओमती थाने पहुंचकर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। भाजयुमो के जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह ने डॉ. गुईन पर आरोप लगाते हुए उनकी नियुक्ति को फर्जी बताया और आरक्षण के दुरुपयोग का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि डॉ. गुईन जानबूझकर भ्रामक जानकारी फैला रही हैं कि मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर से हटाई जा रही है।
योगेंद्र सिंह ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव स्पष्ट कर चुके हैं कि मेडिकल यूनिवर्सिटी जबलपुर में ही रहेगी और नई शिक्षा नीति के तहत सभी पाठ्यक्रम भी यहीं संचालित होंगे। उन्होंने डॉ. गुईन के कार्यकाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके रहते स्त्री रोग विभाग में एक भी प्रोफेसर की नियुक्ति नहीं हो पाई।
पोस्ट में डॉ. गुईन ने लिखा था कि भोपाल और इंदौर जाकर महसूस होता है कि वहां कुछ हो रहा है, जबकि जबलपुर मानो थम गया हो, और यहां के जनप्रतिनिधि खुश हैं कि शहर को चिड़ियाघर मिला।
इस मामले पर ओमती थाना प्रभारी राजपाल सिंह बघेल ने कहा कि शिकायत प्राप्त हुई है, पोस्ट की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई उसी के आधार पर की जाएगी।