आरक्षकों ने अर्धनग्न होकर ग्वालियर के स्पा सेंटर में हंगामा किया था।
ग्वालियर के एक स्पा सेंटर में अर्धनग्न होकर हंगामा मचाने वाले मुरैना के तीन आरक्षकों को आखिरकार उनकी हरकतों की कीमत चुकानी पड़ी है। विभागीय जांच पूरी होने के बाद मुरैना एसपी समीर सौरभ ने तीनों को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही लंबे सम
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यह कार्रवाई करीब सवा साल पुरानी एक घटना की जांच पूरी होने के बाद की गई है।
मामला 26 मार्च 2024 का है। जब मुरैना यातायात थाने में पदस्थ आरक्षक आशुतोष, रामकुमार और नरेंद्र ऑन ड्यूटी रहते हुए ग्वालियर के सिटी सेंटर स्थित एक स्पा सेंटर में पहुंच गए थे। वहां तीनों ने नशे की हालत में अर्धनग्न होकर हंगामा किया और स्पा संचालक से महिला भेजने की मांग की।
संचालक द्वारा विरोध करने पर तीनों आरक्षकों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी। यह पूरी घटना स्पा सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई और अगले दिन यानी 27 मार्च को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वीडियो के वायरल होते ही मुरैना के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से तीनों को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए थे। साथ ही ग्वालियर के यूनिवर्सिटी थाने में तीनों आरक्षकों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी। जांच में तीनों को गंभीर अनुशासनहीनता, नशे में हंगामा और पुलिस विभाग की छवि धूमिल करने का दोषी पाया गया।
विभागीय जांच रिपोर्ट के आधार पर एसपी समीर सौरभ ने बुधवार को आदेश जारी कर आशुतोष, रामकुमार और नरेंद्र को सेवा से बर्खास्त कर दिया। इसके अलावा, एक अन्य आरक्षक लवलेश को भी नौकरी से बाहर किया गया है, जो पिछले कई महीनों से बिना सूचना के ड्यूटी से गायब था। लवलेश के घर नोटिस भेजे गए लेकिन उसने आमद नहीं दी।