ग्वालियर में गुरुवार सुबह लगभग आधे घंटे की बारिश में निचली बस्तियों के साथ ही पॉश कॉलोनियों में भी पानी भर गया। सबसे खराब स्थिति लक्ष्मीगंज स्थित जागृति नगर की रही। यहां बुधवार सुबह कमर से ऊपर तक पानी भर गया था। जब दैनिक भास्कर की टीम जागृति नगर पहुं
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यहां घर के किचन तक में पानी भरा था और बरसाती पानी में किचन के बर्तन तैर रहे थे। नगर की तीन गलियों के करीब 50 घरों में सुबह का नाश्ता और दोपहर का खाना तक नहीं बन पाया था। इस दौरान बच्चे भूखे-प्यासे परेशान होते रहे। इतना ही नहीं, बारिश की वजह से लोग अपने काम पर भी नहीं जा सके। इसके बावजूद न तो कोई स्थानीय नेता, न वार्ड पार्षद और न ही नगर निगम का कोई अधिकारी या कर्मचारी मौके पर पहुंचा।
सड़कों पर वाहनों के पहिए पानी में डूबते नजर आए
ग्वालियर में गुरुवार सुबह रिमझिम के साथ तेज बारिश हुई, जिससे शहर के कई इलाकों में पानी भर गया। सड़कों पर वाहनों के पहिए पानी में डूबते नजर आए, वहीं निचली बस्तियों में घरों में कमर तक पानी भर गया। नदियों के साथ-साथ नालियां भी तेजी से बहने लगीं। स्थिति इतनी खराब थी कि पानी में बाइकें तक पूरी तरह डूब गईं थी।
निचली बस्तियों में भरा पानी
शताब्दीपुरम, आदित्यपुरम, डीडी नगर, लधेड़ी, श्रीनगर कॉलोनी, नदी पार टाल, नारायण विहार और सिरोल रोड की निचली बस्तियों में घुटनों से लेकर कमर तक पानी भर गया था। इसके अलावा रॉकी पुल, न्यू जीवाजी नगर, सिटी सेंटर सहित शहर की अन्य कॉलोनियों और गली-मोहल्लों में भी जलभराव हो गया था। यहां के लोगों का कहना है कि बारिश होते ही गली, मोहल्ले और कॉलोनियों में हर बार ऐसे ही हालात हो जाते हैं।