छत रिपेयरिंग का फंड नहीं, 3.88 लाख में बनाई बाउंड्री: तीन साल से टपरे में लग रहीं क्लास; केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कलेक्टर को दिए निर्देश – Guna News

छत रिपेयरिंग का फंड नहीं, 3.88 लाख में बनाई बाउंड्री:  तीन साल से टपरे में लग रहीं क्लास; केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कलेक्टर को दिए निर्देश – Guna News


स्कूल के आगे ही टपरा बनाकर उसमें बच्चों को पढ़ाया जा रहा है।

गुना जिले के मारकी महू इलाके में टपरे में चल रहे सरकारी स्कूल के मामले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संज्ञान लिया है। गुरुवार को उन्होंने स्कूल की स्थिति सुधारने के लिए कलेक्टर से बात की।

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जानकारी के अनुसार, कुछ महीने पहले ही पंचायत ने इस स्कूल की बाउंड्री वॉल बनवाने पर 3.88 लाख रुपए खर्च किए, लेकिन मुख्य भवन की दयनीय स्थिति पर किसी का ध्यान नहीं गया। जानकारों का कहना है कि इससे कम राशि में स्कूल भवन की छतों की मरम्मत की जा सकती थी।

तीन साल से टपरे में बैठकर पढ़ाई

बता दें कि, जिले के बमोरी इलाके के सांगई गांव में स्थित प्राइमरी स्कूल की स्थिति दयनीय है। पिछले तीन साल से बच्चे एक टपरे में बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। गांव में एकमात्र सरकारी भवन इसी स्कूल का था, जो पिछले तीन वर्षों से जर्जर अवस्था में है और इसमें कक्षाएं नहीं लगाई जा सकतीं।

स्थिति से निपटने के लिए शिक्षकों ने स्वयं पहल करते हुए स्कूल प्रांगण में एक टपरा लगवाया, जहां अब बच्चों की पढ़ाई हो रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्कूलों की मरम्मत के लिए केंद्र सरकार छात्र संख्या के आधार पर धनराशि जारी करती है।

कम छात्र संख्या वाले स्कूल इस व्यवस्था से वंचित रह जाते हैं। सांगई के इस स्कूल में केवल 15-20 बच्चे हैं, जिस कारण मरम्मत का काम नहीं हो पा रहा है। गांव में कोई अन्य सरकारी भवन उपलब्ध न होने के कारण पंचायत की मदद से स्कूल परिसर में ही टपरा बनवाया गया है।

स्कूल में लगभग 30 बच्चे हैं।

सिंधिया ने की कलेक्टर से बात

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्कूल की जर्जर स्थिति का संज्ञान लेते हुए गुरुवार को गुना कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल से बात की। उन्होंने स्कूल भवन की मरम्मत के लिए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सिंधिया को आश्वस्त किया कि एक-दो दिन में ही मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया जाएगा और लगभग दो सप्ताह में स्कूल भवन को पूरी तरह ठीक कर दिया जाएगा।

स्कूल की छत टूटी रही, बाउंड्री वॉल पर खर्च किए 3.88 लाख

मारकी महू के सरकारी स्कूल में जहां जर्जर छत के कारण बच्चों को टपरे में पढ़ना पड़ रहा है, वहीं कुछ महीने पहले ही स्कूल की बाउंड्री वॉल के निर्माण पर 3.88 लाख रुपए खर्च किए गए।

जानकारी के अनुसार, स्कूल भवन की मरम्मत के लिए शासन से कोई फंड नहीं मिला, लेकिन बाउंड्री वॉल के लिए 3.88 लाख रुपए की राशि स्वीकृत कर दी गई। पंचायत द्वारा निर्मित इस बाउंड्री वॉल का भुगतान इसी वर्ष मार्च में किया गया है।

पंचायत द्वारा बाउंड्री के लिए किया गया पेमेंट।

पंचायत द्वारा बाउंड्री के लिए किया गया पेमेंट।

खर्च का ब्योरा आया सामने

पंचायत द्वारा जिन बिलों का भुगतान किया गया, उनके अनुसार बाउंड्री के लिए 90 हजार रुपए की सीमेंट, गिट्टी और सरिया खरीदा गया। वहीं 59 हजार रुपए की ईंटें की गईं। इसके अलावा बाउंड्री निर्माण के लिए 30 हजार रुपए की लेबर भी लगाएं गई, जिसका भुगतान पंचायत द्वारा किया गया। इसके अलावा 6 हजार रुपए बाउंड्री की तराई पर खर्च हुए।



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