दुकान पर बिलों के साथ मिले पंचायत सचिव और रोजगार सहायक।
डिंडौरी जिले की मेहदवानी जनपद पंचायत में बड़ी वित्तीय अनियमितता सामने आई है। जनपद अध्यक्ष राम प्रसाद टेकाम ने आरोप लगाया है कि ग्राम पंचायतों में बिना वर्क ऑर्डर के लाखों रुपए निकाले जा रहे हैं।
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भूरका ग्राम पंचायत में तीन लाख और चौबीसा ग्राम पंचायत में तीन लाख रुपए गर्मियों में जल संकट के दौरान पानी सप्लाई के नाम पर 15वें वित्त से निकाले गए। जिस पानी टैंकर की फोटो अपलोड की गई, उसमें पहिए तक नहीं थे। भूरका पंचायत में बिना वर्क ऑर्डर के ही 8 लाख रुपए के कार्यों का भुगतान किया गया।
दुकान पर बैठा पूर्व कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक साहू।
पूर्व कंप्यूटर ऑपरेटर की भूमिका संदिग्ध
मामले में एक पूर्व कंप्यूटर ऑपरेटर दीपक साहू की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। वह 2012 से 2017 तक जनपद पंचायत में कार्यरत था। नौकरी से निकाले जाने के बाद उसने दुकान खोली और अपनी पत्नी और परिवार के सदस्यों के नाम पर कई फर्म बनाकर पंचायतों में बिल लगाने लगा। उसके अनुसार 39 ग्राम पंचायतों से अभी भी साढ़े आठ लाख रुपए की उधारी बाकी है।
कैमरा देख बिल छिपाए
पूर्व कंप्यूटर ऑपरेटर की दुकान पर पंडरी टोला ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक राम लाल नंदा और सचिव हीरा लाल को दीपक की दुकान में बिल फीड कराते हुए पाया गया। लेकिन कैमरा देखकर उन्होंने अपने साथ लाए बिला छिपा लिए। जनपद सीईओ ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जनपद अध्यक्ष ने कार्रवाई न होने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है।

जनपद सीईओ प्रमोद ओझा ने जांच का आश्वासन दिया।
जनपद सीईओ बोले- टीम गठित कर जांच करेंगे
सीईओ प्रमोद ओझा ने बताया कि दीपक साहू की फर्म के बारे में जानकारी लगी है। जनपद स्तर से टीम गठित कर जांच करवाई जाएगी। जीएसटी ऑफिस को भी जानकारी भेजी जा रही है। ताकि ये भी पता चल सके कि कहीं शासन को टैक्स का नुकसान तो नहीं हो रहा है।