बांगरदा| संकुल केंद्र में गुरु पूर्णिमा पर्व मनाया। संकुल प्राचार्य केके डोंगरे ने कहा शिक्षक के मार्गदर्शन व विद्यार्थियों की मेहनत से सफलता मिलती है। इससे विद्यालय व गांव का नाम रोशन होता है। शिक्षक इसे अपना गौरव मानते हैं। उन्होंने कहा आज हम आधुनि
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फिर भी शिक्षक व छात्र को सनातन संस्कृति को आधार बनाकर शिक्षा देनी व लेनी चाहिए। पहले गुरुकुलों में शिक्षा दी जाती थी। गुरु आश्रम में विद्या व व्यवहारिक ज्ञान सिखाते थे। सनातन संस्कृति में माता-पिता के बाद गुरु को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। शुरुआत में सरपंच उर्मिला महेश मालाकार, सेवानिवृत्त शिक्षक अशोक सिंह पवार व संकुल प्राचार्य डोंगरे ने सरस्वती पूजन किया।