एमपी परफेक्ट इन्वेस्टर डेस्टिनेशन है। सरकार 15 हजार 700 करोड़ के 93 प्रोजेक्ट जल्द शुरू करने वाली है। आप भी खुलकर निवेश कीजिए। यहां अपार संभावनाएं हैं। प्रदेश में 20 रेलवे जंक्शन, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, 6 एयरपोर्ट निवेशकों के लिए बड़ी सुविधा है।
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ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को एमपी ग्रोथ कॉन्क्लेव में ओवरव्यू ऑफ अर्बन पॉलिसीज एंड इन्वेस्टमेंट अपॉर्चुनिटीज’ विषय पर एसीएस संजय दुबे ने कहा कि राज्य में रियल टाइम इन्वेस्टमेंट की व्यापक संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रतिनिधियों से वन टू वन चर्चा की। पीएस राघवेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में शहरीकरण और औद्योगीकरण को कैसे जोड़ा जाए, इस पर राज्य सरकार द्वारा विशेष रणनीति तैयार की गई है। इससे अधोसंरचना और मोबिलिटी जैसे क्षेत्रों में अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। उन्होंने लैंड बैंक, इंडस्ट्रियल पार्क्स के बारे में जानकारी दी।
यूएडीडी कमिश्नर संकेत भोंडवे ने कहा कि पांच सालों में शहरी विकास की क्या दिशा हो, इस पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। सरकार रोप-वे, रोड-वे और मेट्रो जैसे विकल्पों पर तेजी से काम कर रही है। एमपीआईडीसी के एमडी चंद्रमौलि शुक्ला, कमिश्नर दीपक सिंह, कलेक्टर आशीष सिंह भी उपस्थित थे।
डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर पब्लिक सुविधाएं देगा
विनय ठाकुर, स्पेशल डायरेक्टर जनरल BISAG.N ने परिवहन सुविधा, स्मार्ट पुलिसिंग, जिओ टैगिंग कर रेरा नियामकों की मॉनिटरिंग, एआई टूल का मैनेजमेंट किस तरह हो सकता है, यह बताया। एनआईसीएसआई के एमडी आरके मिश्रा ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा शहरी विकास के लिए काम किए जा रहे हैं।
दक्षिण एशिया बेंटली सिस्टम के रीजनल एग्जिक्यूटिव कमलाकन्नन थीरुवादी ने कहा देश के सबसे स्वच्छ शहर में ग्रोथ कॉन्क्लेव होना सुखद है। मध्यप्रदेश में कई संगठन ऐसे हैं, जो रियल टाइम डाटा का उपयोग कर प्रबंधक का कार्य कर रहे हैं। गूगल क्लाउड इंडिया के प्रवीण दवे ने कहा शहरी विकास के लिए एक एकीकृत डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया जाए, जिससे डिजिटलीकरण में आसानी हो, त्वरित परिणाम मिले, प्रशासन की क्षमता बढ़े और नागरिकों को सुविधा उपलब्ध हो।
ग्रीन अर्बन डेवलपमेंट
रिसाइकलिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट पर ध्यान देना हाेगा
‘ग्रीन अर्बन डेवलपमेंट फॉर फ्यूचर’ विषय पर प्रमुख सचिव पर्यावरण नवनीत मोहन कोठारी ने कहा कि सरकार इस क्षेत्र में कई नीतियों पर काम कर रही है। कार्यकारी निदेशक सीएसई अनुमिता रॉय चौधरी ने कहा समुदाय हरित विकास की योजना बनाने और उसे लागू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे पर्यावरण को बचाने और टिकाऊ जीवनशैली को बढ़ावा देने में सक्रिय सहभागिता करते हैं। भवन निर्माण व वाहन क्षेत्र में उचित वेस्ट मैनेजमेंट किया जाना चाहिए। रिसाइकलिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर मैनेजमेंट पर भी विशेष ध्यान देना होगा। रीएनर्जी डायनेमिक्स प्राइवेट के सीईओ वरुण कराड ने कहा ग्रीन बॉन्ड, कार्बन क्रेडिट एवं पीपीपी मॉडल अच्छा विकल्प हो सकते हैं। पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रहे शहरीकरण पर विचार रखे।
तकनीकों के प्रेजेंटेशन
ग्लास फाइबर से बनेंगे स्ट्रक्चर, जंग नहीं लगेगी
राठी स्टील्स के ध्रुव राठी ने प्रेजेंटेशन में बताया कि अब इन्फ्रास्ट्रक्चर या बिल्डिंग डेवलपमेंट में सरिये का विकल्प आ गया है। हम यहां ऐसे ही सस्टेनेबिलिटी प्रोडक्ट को लेकर आए हैं। सरिये का अल्टरनेट ग्लास फाइबर है। यह सरिये के रूप में ही उपयोग होगा। इस पर केमिकल कोटिंग है, जिससे जंग नहीं लगेगी। जंग नहीं लगेगी तो बिल्डिंग या स्ट्रक्चर की लाइफ उतनी ही आगे बढ़ेगी। यह इंडिया में अभी लॉन्च हुआ है लेकिन अमेरिका सहित अन्य देशों में 20 साल से उपयोग हो रहा है। इससे लोहे की अपेक्षा 32 से 60 प्रतिशत की फंड सेविंग होगी।
सिंहस्थ के लिए ट्रैफिक सॉल्यूशन प्लान बनाएंगे
मेडुला सॉफ्टवेयर्स के शांतनु शर्मा ने बताया सिंहस्थ-2028 एक बड़ा गेदरिंग है। इंदौर, उज्जैन, देवास यह बड़े फीडर्स बनने वाले हैं। हमने प्रयागराज में देखा, इतनी भीड़, इतने वाहन आते हैं। इनके नियंत्रण के लिए अब लेटेस्ट टूल आ गए हैं। हम इसे मप्र में सिंहस्थ के दौरान उपयोग करेंगे। पहले चरण में हम इंदौर-उज्जैन, देवास का सिटी वाइड ट्रैफिक सॉल्यूशन प्लान तैयार करेंगे। क्राउड मूवमेंट और डिजास्टर मैनेजमेंट पर भी काम करेंेगे। किसी भी तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए क्या-क्या तकनीक उपयोग आ सकती है, उनके लिए हमारी तैयारी जारी है।