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Startup Business Subsidy: अगर आप भी अपना ख़ुद का एक नया बिज़नेस खड़ा करने की सोच रहे हैं तो अब सरकार आपको उसे पूरा करने का मौका दे रही है. प्रधानमंत्री सृजन कार्यक्रम योजना के तहत लोगों को आसान लोन और सब्सिडी म…और पढ़ें
हाइलाइट्स
- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) योजना स्वरोजगार का बड़ा अवसर.
- स्टार्टअप शुरू करने के लिए इस योजना के तहत लोन ले सकते हैं.
- सरकार लोन के साथ सब्सिडी भी मुहैया कराएगी.
सरकार दे रही है 50 लाख तक का लोन
लोकल 18 को जानकारी देते हुए जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र सतना के प्रबंधक आर एल पांडे ने बताया कि प्रधानमंत्री सृजन कार्यक्रम पूरे देश में संचालित है और इसका उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है. योजना के तहत इंडस्ट्री सेक्टर में अधिकतम 50 लाख और सर्विस सेक्टर में अधिकतम 20 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है. यह लोन अलग-अलग बैंकों द्वारा आरबीआई की गाइडलाइन के तहत अलग-अलग ब्याज दर पर दिया जाता है.
इस योजना के लिए आवेदन करने वाले की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए. अगर कोई व्यक्ति 5 लाख या 10 लाख से ऊपर की परियोजना के लिए आवेदन कर रहा है तो उसके लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं पास होना जरूरी है. आवेदक को इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने वाला नहीं होना चाहिए.
सब्सिडी और मार्जिन मनी की जानकारी
योजना के तहत परियोजना लागत का सामान्य वर्ग के लिए शहरी क्षेत्र में 15% और ग्रामीण क्षेत्र में 25% सब्सिडी मिलती है. वहीं अनुसूचित जाति, जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक, महिला, भूतपूर्व सैनिक और शारीरिक रूप से विकलांग आवेदकों को शहरी क्षेत्र में 25% और ग्रामीण क्षेत्र में 35% सब्सिडी मिलती है. मार्जिन मनी के रूप में सामान्य वर्ग के पुरुषों को 10% और आरक्षित वर्ग को केवल 5% ही योगदान देना होता है.
आवेदन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है. इसके लिए पासपोर्ट फोटो, आधार कार्ड, सीए द्वारा प्रमाणित प्रोजेक्ट रिपोर्ट (यदि लागत 2 लाख से अधिक हो), ग्राम क्षेत्र के लिए जनसंख्या प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (सामान्य को छोड़कर), 8वीं की अंकसूची (निर्माण क्षेत्र में 10 लाख से अधिक व सेवा क्षेत्र में 5 लाख से अधिक के लिए), अनुभव प्रमाण पत्र (यदि हो तो), परिवार समग्र आईडी /राशन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र और बैंक पासबुक जैसे दस्तावेज़ आवश्यक हैं.
यह योजना उन युवाओं के लिए एक मजबूत आधार बन सकती है जो खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं लेकिन आर्थिक मजबूरियों की वजह से रुक जाते हैं. यह योजना ऐसे सपनों को पंख देने का काम कर रही हैं.