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सावन माह मे भगवान महाकाल की पहली सवारी 14 जुलाई को निकलेगी. जिसके लिए यातायात पुलिस नें ट्रेफिक प्लान जारी कर दिया है. अगर आप भी सावन मे भगवान महाकाल के दर्शन करने जा रहे है. तो यह बदलाव जानना बेहद जरूरी है.
विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दरबार में सावन-भादो मास की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. भगवान महाकाल के स्वागत के लिए भक्त अभी से जुट गए हैं. इस बार महाकालेश्वर मंदिर समिति ने भी भगवान महाकाल के नगर भ्रमण की तैयारी कर ली है.

ऐसे तो रोजाना हज़ारों श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने उज्जैन आते हैं. लेकिन सावन माह में यह श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में पहुंच जाती है. सावन में भगवान महाकाल की सवारी के दर्शन करने भक्त अपने साथ बड़े-बड़े वाहन लेकर आ जाते हैं. और बहुत बार रास्ता पता न होने के कारण वे छोटी गली में अपने वाहन पार्क कर चले जाते हैं. जिसकी वजह से जाम की स्थिति बन जाती है

सावन मास में भगवान महाकाल पहली बार नगर भ्रमण पर 14 जुलाई को निकलेंगे. जिसके लिए पहले से ही पार्किंग व्यवस्था हो गई है. अगर आप भी वाहन से महाकाल की सवारी में या सावन में भगवान महाकाल के दर्शन करने आ रहे हैं. तो उन्हें ट्रैफिक प्लान पहले जान लेना चाहिए. नहीं तो उन्हें मुसीबत हो सकती है. आइए जानते हैं कैसे…

भगवान महाकाल के प्रिय माह श्रावण में और प्रत्येक सोमवार को निकलने वाली भगवान महाकाल की सवारी के लिए पुलिस का ट्रैफिक प्लान तैयार हो गया है. एसपी प्रदीप शर्मा ने पहली बार सवारी मार्ग की गलियों को पूरी तरह वाहनों से फ्री रखने का निर्णय लिया है. ताकि सवारी के दौरान पैदल आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. साथ ही गलियां भी जाम से फ्री रहे.

यातायात व्यवस्था के बारे में सबको पहले ही पता चल जाए. इसके लिए सवारी के पहले से पुलिस द्वारा शहर में इसे लेकर प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है. ताकि स्थानीय लोग सहयोग करें व वाहन लेकर सवारी मार्ग की गलियों में न आए. जिससे कि मंदिर क्षेत्र की गलियां जाम से फ्री रहे. एसपी ने कहा कि राजा नगर भ्रमण पर निकल रहे हैं और ऐसे में हमारी वजह से अन्य श्रद्धालुओं को असुविधा न हो. इसके लिए अगर वाहन गलियों से दूर रखें. थोड़ा पैदल चला पड़ें तो चलिए. क्योंकि सभी के सहयोग से बेहतर व्यवस्था बनेगी.

ट्रैफिक डीएसपी विक्रमसिंह कनपुरिया तथा डीएसपी अनिलसिंह परिहार ने ट्रैफिक प्लान फाइनल कर उसे क्रियान्वयन के लिए पुलिस महकमे व आम लोगों के लिए जारी कर दिया गया है. इसमें पहली बार कालभैरव दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी रूट तय कर दिया है. सवारी के दिन महाकाल दर्शन के बाद कालभैरव जाने वाले श्रद्धालु मार्ग को लेकर भटक जाते थे. जिसे लेकर ये व्यवस्था तय की गई है.

बता दें कि सवारी मार्ग पर आने वाली गलियों में दोपहिया व अन्य वाहन पार्क करने पर कार्रवाई की जाएगी व क्रेन से हटाकर जुर्माना वसूला जाएगा. देवास गेट से दौलतगंज. इंदौर गेट से महाकाल घाटी. बेगमबाग से कोट मोहल्ला. हरसिद्धि की पाल से गुदरी. दानीगेट से ढाबा रोड. जूना सोमवारिया से केडी गेट. चौपहिया के लिए आठ जगह पार्किंग निर्धारित. इंटरपिटिशन पार्किंग. चारधाम पार्किंग. नृसिंह घाट पार्किंग. कार्तिक मेला मैदान. हरिफाटक चौराहा मन्नत गार्डन. इंपीरियल पार्किंग. हरिफाटक ब्रिज के नीचे पार्किंग. दोपहिया वाहनों के लिए तीन जगह पार्किंग. हरसिद्धि की पाल. क्षीरसागर मैदान. टंकी चौराहा मल्टी लेवल पार्किंग रहेगी.

वहीं अगर हरिफाटक चौराहा से जंतर-मंतर. लालपुल के रास्ते रणजीत हनुमान होते हुए कालभैरव मंदिर पहुंच सकेंगे. कर्कराज पार्किंग. नृसिंह घाट. शंकराचार्य चौराहा. कालिदास उद्यान. मोजमखेड़ी से कालभैरव मंदिर. इंजीनियरिंग कॉलेज तिराहा से पाइप फैक्ट्री. विक्रमनगर होते हुए मंडी चौराहा से जेल तिराहा के रास्ते कालभैरव मंदिर जा सकेंगे.