मां नर्मदा को चुनरी चढ़ाई गई। आज कावड़ यात्रा रवाना होगी।
महादेव की नगरी पचमढ़ी में स्थित जटाशंकर महादेव का नर्मदा जल से अभिषेक करने के लिए आज सावन के पहले सोमवार को कांवड़िए नर्मदापुरम के सेठानी घाट से पचमढ़ी के लिए रवाना होंगे। यात्रा का नेतृत्व जटाशंकर कावड़ यात्रा समिति कर रही है।
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यात्रा से एक दिन पहले रविवार को समिति ने मां नर्मदा को 1100 मीटर लंबी चुनरी अर्पित की। इस दौरान सैकड़ों कांवड़िए मौजूद रहे। सोहागपुर के पंडित प्रकाश मुद्गल के आतिथ्य में आचार्य नीरजेश त्रिपाठी, आचार्य अविनाश मिश्रा और वैदिक ब्राह्मणों ने मां नर्मदा का पूजन और जलाभिषेक किया।
23 वर्षों से निभाई जा रही परंपरा कैलाश मानसरोवर मुक्ति का संकल्प लेकर यात्रा समिति पिछले 23 वर्षों से यह परंपरा निभा रही है। हर वर्ष मां नर्मदा को चुनरी चढ़ाकर, नर्मदा जल कावड़ में भरकर पचमढ़ी ले जाया जाता है।
सेठानी घाट पर मां नर्मदा को चुनरी चढ़ाई गई।
21 जुलाई को पहुंचेगी पचमढ़ी सोमवार सुबह 9 बजे सेठानी घाट से कावड़ में जल भरकर यात्रा की शुरुआत होगी। समिति की अध्यक्ष राजो मालवीय के नेतृत्व में पैदल यात्रा एक सप्ताह में अलग-अलग स्थानों पर रुकते हुए सावन के दूसरे सोमवार 21 जुलाई को पचमढ़ी के जटाशंकर महादेव पहुंचकर जलाभिषेक करेगी।