अनुज गौतम, सागर: मध्यप्रदेश के लोगों के लिए बड़ी राहत की खबर है. भोपाल और सागर के बीच बनने वाला नया फोर-टू-सिक्स लेन नेशनल हाईवे अब सिर्फ दो शहरों को ही नहीं जोड़ेगा, बल्कि पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और पर्यटन की तस्वीर भी बदलने जा रहा है. इस प्रोजेक्ट को इकोनामिक कॉरिडोर का नाम दिया गया है, जिसकी लागत लगभग ₹11,000 करोड़ बताई जा रही है.
वर्तमान में सागर से भोपाल की दूरी करीब 185 किलोमीटर है, लेकिन इस नए कॉरिडोर के निर्माण से यह दूरी 160 किलोमीटर रह जाएगी. यह संभव होगा हाईवे पर मौजूद ब्लैक स्पॉट और घुमावदार रास्तों को हटाने की वजह से. इससे न केवल लोगों का समय बचेगा, बल्कि पेट्रोल खर्च में भी भारी बचत होगी.
यह हाईवे भोपाल से लखनऊ की दिशा में बनाया जा रहा है, जो सागर जिले के कई हिस्सों से होकर गुजरेगा. निर्माण के दौरान रायसेन और विदिशा जिले भी हाईवे से जुड़ेंगे, जिससे इन क्षेत्रों का टूरिज्म और व्यापार दोनों को फायदा होगा.
जहां-जहां से यह कॉरिडोर गुजर रहा है, वहां की जमीनों पर इन्वेस्टर्स की नजर है. आने वाले समय में यहां होटल, मॉल, रिसॉर्ट, कॉलोनियां और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट विकसित हो सकती हैं. स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा और क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी.
हाईवे के किनारे मौजूद कई ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल अब आसानी से पहुंच के दायरे में आ जाएंगे:
सांची स्तूप (विदिशा): अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थस्थल
बोधि वृक्ष (विदिशा): जिसे देखने के लिए 24 घंटे सुरक्षा में जवान तैनात रहते हैं
निर्माण के दौरान खास ध्यान इस बात पर दिया जा रहा है कि रास्ते सुरक्षित हों. ब्लैक स्पॉट हटाए जा रहे हैं ताकि दुर्घटनाओं की आशंका कम हो. हाईवे को स्मार्ट रोड के रूप में डेवलप किया जा रहा है.