देवास जिले के राजोदा गांव के आगे शुक्रवार शाम एक राष्ट्रीय पक्षी मोर घायल अवस्था में सड़क किनारे मिला। ग्रामीणों की नजर उस पर पड़ी तो मौके पर भारी भीड़ जुट गई। लोगों ने तत्काल मोर को सड़क से हटाकर सुरक्षित स्थान पर रखा और वन विभाग को सूचना दी।
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इसी दौरान देवास से हाटपिपलिया की ओर जा रहे वनरक्षक सुनील रावत और उनकी टीम ने जब मौके पर भीड़ देखी, तो तत्काल रुककर स्थिति का जायजा लिया। घायल मोर को देखकर वे तुरंत उसे जिला पशु चिकित्सालय लेकर पहुंचे, जहां पशु चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार किया।
गोरक्षक भी पहुंचे मदद को मिलने पर गोरक्षक जीतू रघुवंशी भी अस्पताल पहुंचे और घायल मोर के इलाज में सहयोग किया। पशु चिकित्सकों के अनुसार मोर को दो जगह पर गंभीर चोटें आई हैं और उसका इलाज जारी है।
वनरक्षक बोले – समय रहते मिला उपचार वनरक्षक सुनील रावत ने बताया, राजोदा रोड के आगे सड़क किनारे भीड़ लगी थी। पास जाकर देखा तो राष्ट्रीय पक्षी मोर घायल अवस्था में था। स्थानीय लोगों ने बताया कि वह सड़क पार करते वक्त किसी वाहन की चपेट में आ गया।
सीएस चौहान, उपसंचालक, पशु चिकित्सालय देवास ने बताया कि मोर को दो जगह गंभीर चोटें हैं। प्राथमिक उपचार कर दिया गया है और उसकी हालत पर निगरानी रखी जा रही है।