‘जब कुत्ते का दूध नहीं, तो बाकी जानवरों का क्यों’…PETA के पोस्टर पर विवाद

‘जब कुत्ते का दूध नहीं, तो बाकी जानवरों का क्यों’…PETA के पोस्टर पर विवाद


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Bhopal News: राजधानी भोपाल में PETA के पोस्टर का विवाद नया नहीं है. समय-समय पर संस्था अपने कैंपेन के चलते ट्रोल होती रहती है. अब भोपाल में एक महिला को कुत्ते का दूध पिलाने वाला पोस्टर नए विवाद की जड़ बन गया है.

भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बस स्टॉप पर लगे PETA के पोस्टर ने कुछ ऐसा दिखा दिया है, जिससे लोग संस्था पर जान-बूझकर एक ही धर्म को टारगेट करने का आरोप लगा रहे हैं. इस पोस्टर में एक महिला कुत्ते का दूध पीती दिख रही है. पेटा के इस पोस्टर में लिखा है, ‘जब कुत्ते का दूध नहीं, तो बाकी जानवरों का दूध क्यों?’ वैसे यह पहली बार नहीं है, जब पेटा ने खुद किसी विवाद को आमंत्रण दिया हो. अब इस पोस्टर पर लोग क्या बोले और कैसा दिखता है ये पोस्टर, देखिए खास रिपोर्ट.

राजधानी में पेटा के पोस्टर का विवाद नया नहीं है. समय-समय पर पेटा अपने कैंपेन के चलते ट्रोल होता रहता है. अब भोपाल में एक महिला को कुत्ते का दूध पिलाने वाला पोस्टर विवाद की जड़ बन गया है. जहां लोगों का कहना है कि पेटा जान-बूझकर हमारे धर्म को निशाना बनाता है. हमें गाय का दूध पीने की सलाह डॉक्टरों द्वारा दी जाती है.

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लोगों ने पूछा- तब यह संस्था कहां होती है?
कुछ अन्य लोगों ने कहा कि जब कुछ धर्म विशेष द्वारा गायों को या अन्य पशुओं को धर्म के नाम पर मारा या काट दिया जाता है, तब यह संस्था कहां होती है. पेटा पर लोगों ने जान-बूझकर एक ही धर्म को निशाना बनाने का आरोप लगाया है. वहीं कुछ लोगों का कहना है कि कुत्ते का दूध कौन पीता है, गाय तो हमारी माता है. भारत में मुख्यतः गाय और भैंस के दूध का ही सेवन किया जाता है.

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