सागर | प्रगतिशील लेखक संघ की पाक्षिक रचना पाठ गोष्ठी स्नेह भवन मकरोनिया में हुई। लेखिका शरद सिंह ने अपनी नई कविता सांची और बुद्ध सुनाई। वीरेंद्र प्रधान ने बचपन शीर्षक से कविता पढ़ी। नम्रता फुसकेले ने दो लघु कथाएं प्रस्तुत कीं। क्रांति जबलपुरी, नईम मा
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सुमन झुड़ेले, मुकेश तिवारी, पुष्पेंद्र दुबे, कुमार सागर ने गीत सुनाए। पीआर मलैया, आशा जैन, ज्योति झुडेले और कैलाश तिवारी विकल ने व्यवस्था की कमियों पर आधारित रचनाएं पढ़ीं। सतीश पांडेय ने दोहे सुनाए। आनंद मिश्र अकेला, महबूब ताज, महेंद्र खरे ने भी रचना पाठ किया। संचालन सतीश पांडेय ने किया। आभार पेट्रिस फुसकेले ने माना। कार्यक्रम की अध्यक्षता टीकाराम त्रिपाठी ने की। बुंदेलखंड के रसखान कहे जाने वाले कवि और शायर मायूस सागरी मुख्य अतिथि रहे।