“हमें बस पता बता दीजिए”…महाकुंभ भगदड़ में बिछड़ा था पति, पत्नी आज भी खा रही धक्के

“हमें बस पता बता दीजिए”…महाकुंभ भगदड़ में बिछड़ा था पति, पत्नी आज भी खा रही धक्के


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Mahakumbh 2025 Missing Man: प्रयागराज महाकुंभ में 7 महीने पहले गुम हुए नहारु मंसारे को उनकी पत्नी अब तक ढूंढ रही हैं. MP-UP प्रशासन और मुख्यमंत्री से लगाई गुहार, लेकिन अब तक नहीं मिला कोई सुराग. पढ़ें यह भावनात…और पढ़ें

हाइलाइट्स

  • नहारु मंसारे को 29 जनवरी की रात भगदड़ के बाद गुम हो गए थे.
  • पूरे घर की जिम्मेदारी नहारु मंसारे पर ही थी.
  • अब पत्नी ने की CM से अपील.

दीपक पांडेय, खरगोन: प्रयागराज महाकुंभ की आस्था भरी भीड़ में शामिल एक महिला की जिंदगी पिछले 7 महीनों से ठहर गई है. मध्यप्रदेश के खरगोन जिले की रहने वाली राधाबाई अपने पति नहारु मंसारे को 29 जनवरी की रात भगदड़ के बाद से ढूंढ रही हैं. अब वे मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर स्थानीय प्रशासन तक गुहार लगा रही हैं कि हमें बस पता बता दीजिए… ज़िंदा हैं या नहीं.”

12 लोगों के जत्थे में गए थे महाकुंभ, रात 2 बजे हुआ बिछड़ाव

राधाबाई बताती हैं कि 27 जनवरी को बेलमबुजुर्ग गांव से 12 लोगों का जत्था महाकुंभ में स्नान के लिए प्रयागराज गया था. उनके साथ पति और 8 साल का बेटा भी था. 29 जनवरी की रात 2 बजे भगदड़ मच गई, जिसमें नहारु मंसारे गुम हो गए. भीड़ में अनाउंसमेंट कराए गए, सहायता केंद्र पर जानकारी दी गई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.

प्रयागराज से अयोध्या तक तलाश, अब तक सब बेनतीजा

राधाबाई अपने पति को ढूंढने के लिए दो बार प्रयागराज, फिर काशी और अयोध्या तक गईं. उत्तरप्रदेश पुलिस और स्थानीय आश्रय गृहों में भी उन्होंने संपर्क किया, लेकिन कोई मदद नहीं मिली. अब उन्होंने खरगोन कलेक्टर और एसपी से लिखित आवेदन दिया है.

खरगोन SP का बयानहर संभव मदद करेंगे”

SP धर्मराज मीणा ने बताया कि महिला द्वारा आवेदन दिया गया है. “हम उत्तरप्रदेश पुलिस से समन्वय कर खोजबीन शुरू करेंगे. हमारी टीम प्रयागराज भी भेजी जाएगी. जो भी संभव होगा, वह किया जाएगा.”

5 बच्चों की जिम्मेदारी, घर का सहारा छिन गया

राधाबाई ने बताया कि नहारु राज मिस्त्री का काम करते थे और घर की पूरी जिम्मेदारी उन्हीं पर थी. उनके 5 बच्चे हैं, जिनमें से एक बेटी की शादी हो चुकी है और बाकी स्कूल में पढ़ते हैं.

पति की तलाश में जाते हुए एक सड़क हादसे में परिवार के 5 सदस्य घायल हो गए, खुद राधाबाई के चेहरे पर गंभीर चोटें आईं. अब कहती हैं कि “पता नहीं वो जिंदा हैं या नहीं… बस अब कोई तो बता दे.”

जनप्रतिनिधि ने की CM से अपील

जनपद सदस्य द्वारका प्रसाद सीटोले ने कहा कि “सरकार को ऐसे मामलों में संवेदनशील होना चाहिए. अगर व्यक्ति जीवित नहीं है, तो प्रमाण दें ताकि परिवार को सहायता मिल सके. महिला दर-दर भटक रही है, उसे न्याय मिलना चाहिए.”

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पता नहीं जिंदा है भी या…महाकुंभ में बिछड़ा था पति, पत्नी आज भी खा रही धक्के



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